नई दिल्लीः कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. लगातार घटती संख्या के बीच शनिवार को भी सिंघु, टीकरी, शाहजहांपर और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान जमा हैं। किसान प्रदर्शनकारियों द्वारा सोनीपत में जीटी रोड पर पक्का निर्माण करने के बाद अब टीकरी बॉर्डर पर भी ऐसा ही नजारा सामने आया है।
25 पक्के घर-
इस निर्माण को लेकर किसान सोशल आर्मी से जुड़े अनिल मलिक का कहना है कि यहां पर निर्मित घर पक्के तौर पर मजबूती के साथ बनाए गए हैं, जैसे कि प्रदर्शनकारी किसानों के हौसले हैं। अनिल मलिक ने बताया है कि टीकरी बॉर्डर पर अब तक 25 पक्के घर बना दिए गए हैं। 1000-2000 तक और घर इसी तरह बनाए जाएंगे।
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नुकसान की भरपाई-
तो वहीं सोनीपत स्थित जीटी रोड पर भी पंजाब की किसान जत्थेबंदी के नेता मनजीत राय ने भी स्वीकार किया है कि उनकी जत्थेबंदी यहां पर पक्का निर्माण करा रही है। मनजीत ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि किसी में हिम्मत है तो इसे रोककर दिखाए। मनजीत राय ने यह भी कहा कि तीनों नए कृषि कानूनों से जितना हमारा नुकसान होगा, उसकी भरपाई यहीं से करके जाएंगे।
आंदोलनकारियों के रैन बसेरे-
बता दें की आंदोलनकारियों के लिए रैन बसेरे की तर्ज पर कमरे बनाए जा रहे हैं। चारों ओर से मोटी दीवार और ऊपर पराली की छत बनाने की तैयारी है। वहीं, जीटी रोड पर चल रहे निर्माण को रुकवाने पहुंचे पुलिस अधिकारियों की भी उन्होंने नहीं मानी। पुलिस अधिकारियों के सामने कुछ देर के लिए निर्माण अवश्य रुका, लेकिन उनके जाने के बाद फिर शुरू हो गया।निर्माण कार्य की गति इतनी तेज है कि एक ही दिन में कमरे की दीवार करीब आठ फुट खड़ी कर दी गई है।