नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर उनके परिवार की तुलना महाभारत के पात्रों से कर दी है। और कहा कि महाभारत के ये वही पात्र हैं जिन्होंने महाभारत करके भारत की प्रगति को पूरी तरह रोक किया था। उसी तरह इन लोगों ने जन्म लेकर आज तक प्रदेश के विकास को बाधित किया है।
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नियुक्ति पत्र दिये
लखनऊ लोकभवन में आयोजित एक समारोह में कहा कि नव चयनित खंड शिक्षा अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है। नियुक्ति पत्र दैने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि चार वर्ष के उनके कार्यकाल में प्रदेश के चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। योगी ने नियुक्ति पत्र पाने वालों से पूछा कि ‘क्या आपको अपने लिए किसी नेता, मंत्री या अधिकारी से सिफारिश करनी पड़ी थी। वही यह पहले होता था, अब नही होगा। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के परिवार को आड़े हाथों लेते हुए योगी ने कहा, ‘कुछ खानदान ऐसे थे जिनको अलग-अलग भर्ती आवंटित हो जाती थी। पहले महाभारत में सुनी होती थी इस तरह की बाते होती थी। 2012 से 2017 के बीच सपा की सरकार का कार्यकाल में आप ने इन घटनाऔं को देखा होगा।
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महाभारत के पात्रों
योगी ने कहा, ‘ये महाभारत के वही पात्र हैं, उन्होंने फिर से जन्म लिया है। ये लोग जैसे महाभारत करके भारत की प्रगति को पूरी तरह बाधित किये थे। उसी तरह इन लोगों ने प्रदेश के विकास को बाधित किया था। उन ने कहा कि ‘जब 2017 में मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया तो लोग पूछते थे कि प्रदेश कैसे चलेगा ।लेकिन मैंने कहा कि यह व्यापक संभावनाओं वाला प्रदेश है । यहां अच्छे लोगों की कोई कमी नहीं है। सिर्फ एक नेतृत्व की आवश्यकता है। सिस्टम वही है लेकिन अब उत्तर प्रदेश बदल गया है। प्रदेश में शांति और विकास पहले से अधिक हो रहा है। प्रदेश की नियुक्तियों में गड़बड़ी की कोई शिकायत नहीं मिली है। हमने चयन की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी कर दी है। ईमानदार लोगों को इस के लिए लगाया गया है। साथ ही उत्तर प्रदेश के शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा, कि ‘जब तक उत्तर प्रदेश योगी सरकार के हाथों में है, तब तक आमजन को अपने बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास की चिंता करने की कोई जरूरत नही होनी चाहिए।