नई दिल्ली : अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी के शहर बाटा में विस्फोट से मरने वालों की संख्या बढ़कर 98 पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि घटना के 48 घंटे बाद भी मलबे में शवों की तलाश जारी है।
विस्फोट में मरने वालों की संख्या तीन गुना अधिक हो सकती है। स्थानीय लोगों के अनुसार बच्चों को टूटी हुई कंक्रीट और मुड़ी हुई धातु के ढेर के नीचे से निकाला जा रहा है। वही चादर में लिपटे शव सड़क के किनारे हैं।
घटना की जांच के आदेश
इक्वेटोरियल गिनी के राष्ट्रपति तियोदोरा ओबियांग न्गुमे ने रोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लापरवाही के कारण विस्फोट की घटना हुई है। वही विस्फोट में बाटा शहर के सभी इमारतों एवं घरों को भारी नुकसान पहुंचा है। उससे करीब 250,000 लोग प्रभावित हुए हैं । वही दोपहर में सैन्य परिसर में चार विस्फोट हुए थे । विस्फोटों से गिनी के सबसे बड़े शहर और मुख्य आर्थिक केंद्र को हिला कर रख दिया है। बता दे कि शुरू में विस्फोटों में मरने वालों की संख्या 31 के आसपास थी जो बढ़ कर तीन गुना से भी अधिक हो गई है । मरने वालों में नागरिकों के साथ सैन्यकर्मी भी हैं। इस घटना में अभी 615 लोग घायल हुए है। 299 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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इक्वेटोरियल गिनी के स्वास्थ्य मंत्रालय ने विस्फोट पीड़ितों के उपचार के लिए मनोचिकित्सकों, मनोवैज्ञानिकों और नर्सों के साथ मिलकर एक मानसिक स्वास्थ्य ब्रिगेड तैयार की है। सड़कों के किनारे शवों को चादरों में ढक दिया गया है। मरने वालों में कई मासूम बच्चे भी शामिल हैं। है। वही बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।सरकार ने शवों की खोज, बचाव और पुनर्निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समर्थन का आह्वान किया है। देश के आर्थिक हालात पहले ही खराब चल रहे थे। ओर कोरोना महामारी के बाद कच्चे तेल की कीमत में गिरावट हुई थी। उस के चलते राज्य के राजस्व में भी भारी कमी हुई थी। देश की आबादी 14 लाख के करीब है जो अधिकतर गरीबी रेखा के नीचे जीवन बीता रही है।