लखनऊ: उन्नाव के 10 ब्लॉकों में 2001 से 2010 तक हुए स्कॉलरशिप घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा ने 10 मुकदमे दर्ज किए है। जिसमें तत्कालीन 10 जिला समाज कल्याण अधिकारी, 2 पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी और इन विभागों (समाज कल्याण और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग) के बाबुओं समेत 22 लोगों के नामजद किए गए हैं।
इन अधिकारियों के साथ-साथ 243 स्कूलों के तत्कालीन प्रधानाचार्य और सहखाताधारकों पर भी आरोप लगे है। सभी आरोपियों पर स्कॉलरशिप और किताबों के पैसों में हेराफेरी के आरोप लगे है।
स्कॉलरशिप और किताबों के पैसों की हेराफेरी में आर्थिक अपराध शाखा ने पाया कि जिला प्रधानाचार्य, गांव प्रधान और अफसरों के बीच 44 लाख की रकम बंदरबांट हुई। इस मामले में जांच के बाद बहुत सी बातों का खुलासा हुआ है।