नई दिल्लीः हरियाणा में कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों से सरकार चिंतित है। हरियाणा में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए सभी मेडिकल कालेजों में 20-20 बेड के स्पेशल वार्ड तैयार कर दिए गए हैं। प्रदेश में अब तक ब्लैक फंगस के 115 मामले आ चुके हैं।
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ब्लैक फंगस मामले
बता दें की प्रदेश सरकार ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा है कि सिविल अस्पतालों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद वह मरीज को मेडिकल कालेज में इलाज के लिए रेफर करें। वहां स्पेशलिस्ट डाक्टर ऐसे मरीजों का इलाज करेंगे।हरियाणा सरकार ने राज्य में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के चलते ‘हरियाणा महामारी रोग (म्यूकोर्मिकोसिस) विनियम 2021’ बनाया है।
स्टेरायड दवाइयों पर प्रतिबंध
नियमों का पालन नहीं करने पर दोषियों के खिलाफ महामारी रोग अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा ब्लैक फंगस के मामलों में लोगों द्वारा अपने आप ही दवाइयां लेने की शिकायताें के मद्देनजर प्रदेश सरकार ने बगैर डाक्टर की पर्ची के स्टेरायड दवाइयों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।
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स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के निर्देश पर औषधि नियंत्रक ने यह आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही सरकारी और निजी अस्पतालों में दाखिल मरीजों को इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के वितरण पर निर्णय लेने के लिए विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।