जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: यूपी के लखीमपुर खीरी में हुए तिकोनिया हिंसा मामले की जांच कर रही SIT ने नया खुलासा किया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर कोर्ट में हादसे जैसी कुछ धाराएं हटाने और साजिशन मानकर कुछ धाराएं जोड़ने की रिमांड मांगी है। SIT का कहना है कि, घटना को जान बूझकर और जिश के तहत अंजाम दिया गया था।
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हिंसा हुई थी। जिसमें कई किसानों की मौत हो गई थी। इस कांड में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा भी शामिल था। सभी आरोपियों पर दर्ज मुकदमों की धाराओं में बदलाव के लिए कोर्ट में अर्जी दी गई है। सीजेएम कोर्ट में ये अर्जी दाखिल की गई है। जिसमें विवेचक ने सभी आरोपियों पर बलवा, हत्या के साथ जानलेवा हमला, गंभीर चोट पहुंचाने, एक राय होकर अपराध करने और शस्त्र अधिनियम की गंभीर धाराएं रिमांड में बढ़ाने की मांग की है।
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इस घटना को लापरवाही या हादसा न मानकर साजिशन, जान से मारने की नीयत से किया गया अपराधिक कृत्य माना है। अदालत ने इस अर्जी पर सभी आरोपियों को मंगलवार को तलब किया है।
राहुल गांधी ने की अजय मिश्रा को हटाने की मांग
लखीमपुर कांड की जांच में नए खुलासे के बाद विपक्ष, यूपी और केंद्र सरकार पर हमलावर हो गया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने हिंसा मामले को लेकर निशाना साधा। ट्विटर पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा, पीएम मोदी माफी मांगने का टाइम आ गया, लेकिन पहले अभियुक्त के पिता को मंत्री पद से हटाओ।