नई दिल्ली- धर्मांतरण UP ATS: सोमवार को दो लोगों को गिरफ्तार करके सनसनीखेज खुलासा किया था कि मूक और बघिर लोगों समेत पिछड़े और गरीब लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इस मामले मे गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के दौरान अहम खुलासे हुए।
धर्मांतरण UP: गरीब और जरूरतमंद लोगों की लिस्ट बनाकर आरोपियों को देता था बाल कल्याण का अधिकारी
जांच से जुड़े एक आला अधिकारी ने बताया कि अब जांच एजेंसियां इस अधिकारी से पूछताछ की तैयारी कर रही है कि यह अधिकारी इन लोगों की मदद पैसे लेकर करता था या फिर वो भी इस रैकेट का हिस्सा था, क्योंकि यह अधिकारी भी पहले हिंदू था जो इस मामले में गिरफ्तार आरोपी उमर गौतम की तरह बाद में धर्म परिवर्तन कर मुसलमान बन गया था।
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विदेशों से हो रही थी फंडिग
सूत्रों ने बताया कि इस मामले में जांच एजेंसियों को कुछ अहम सबूत हाथ लगे हैं, जो साफ तौर पर विदेशी फंडिग को साबित करते हैं ऐसा ही एक अहम सबूत जो बताता है कि गिरफ्तार उमर गौतम के संगठन इस्लामिक दावाह सेंटर को खाड़ी देश दोहा कतर से पचास हजार रुपये का डोनेशन मिला है और यह डोनेशन MRS. Afreen Saahiba ने दिया है।
वहीं सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों के पास ऐसे ढ़ेरों दस्तावेज हैं जिनमे देश विदेश से आयी डोनेशन की जानकारी है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि इनमें कितना डोनेशन जरुरत के हिसाब से है। यानि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर डोनेशन दिया गया हो। जांच एजेंसियां इस मामले मे ईडी (ED) और आयकर विभाग की भी मदद लेने जा रही हैं।
धर्मांतरण UP: दूसरे संगठनों की भूमिका भी आई सामनें
जांच से जुड़े एक आला अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अब दूसरे संगठन की भूमिका भी खुलकर सामने आ गई है। लिहाजा उस संगठन के प्रमुख की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। इस संगठन के प्रमुख को कन्वर्जन का खलीफा कहा जाता है और इसका मुख्यालय भी इस मामले में गिरफ्तार उमर गौतम के कार्यालय के पास दिल्ली में ही है, उसके साथ भी इस मामले में जल्द से जल्द का्रयवाही की जायेगी।
सूत्रों का दावा है कि दूसरे संगठन के मुखिया की गिरफ्तारी के बाद इस मामले के तार और सुलझ जायेगे। साथ जल्द ही केंद्र सरकार के मंत्रालय मे तैनात अधिकारी को भी पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी की जा रही है।