जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: भुखमरी से जूझते अफगानिस्तान को अमेरिका 30.8 करोड़ डॉलर की मदद मुहैया कराएगा। ये मदद अफगानिस्तान में स्वास्थ्य सेवा, सर्दियों में रहने के लिए ज़रूरी चीज़ों, आपात खाद्यान्न और पानी के लिए होगा। हालांकि अफगानिस्तान तक ये मदद पहुंचाने के लिए अमेरिका ने तालिबान के सामने एक शर्त रखी है।
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अमेरिका ने कहा, तालिबान को राहत कार्य में लगे सभी कर्मचारियों को काम करने की पूरी आजादी देनी होगी। व्हाइट हाउस प्रवक्ता एमिली हॉर्न के बयान के मुताबिक, ये मदद अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए अमेरिकी एजेंसी (यूएसएड) की तरफ से मानवीय राहत पहुंचाने वाली स्वतंत्र एजेंसियों के जरिए दी जाएगी।
अमेरिका के अफगानिस्तान को 30.8 करोड़ डॉलर देने के बाद अब तक अमेरिका की ओर से की गई मानवीय मदद 78.2 करोड़ डॉलर हो जाएगी। दरअसल, तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करे के बाद कई देशों ने अफगानिस्तान को सहायता देना बंद हो गया था। क्योंकी बाकी देश तालिबान को मान्यता नहीं देना चाहते। नतीजतन अफगानिस्तान में हालात भुखमरी की कगार पर पहुंच गए। यहां लोग रोटी की खातिर अपने बच्चे बेचने को मजबूर हो रहे हैं।