नई दिल्ली : AIIMS में भर्ती पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के स्वास्थ्य में कोई सुधार होता नज़र नहीं आ रहा है। पहले उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था, जिसके बाद अब उसे एक्सट्राकॉर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजिनेशन (ECMO) पर रखा गया है। इसी बीच देश के कई नेता उनसे लागातार मिलने पहुँच रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह आज एक बार फिर उनसे मिलने दिल्ली के एम्स अस्पताल पहुंचे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बसपा सुप्रीमो मायावती भी अरुण जेटली का हाल जानने एम्स पहुंची। मायावती ने अरुण जेटली के परिजनों से भी मुलाक़ात की। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार भी अरुण जेटली से मिलने पहुंचे। शनिवार सुबह जेटली का हालचाल जानने राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह एम्स पहुंचे।
ECMO पर रखे जाने का मतलब
किसी भी मरीज़ को एक्सट्राकॉर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजिनेशन (ECMO) पर तभी रखा जाता है, जब मरीज़ के दिल, फेफड़े ठीक से काम नहीं करते और वेंटीलेटर का भी फायदा नहीं होता। इससे मरीज के शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाया जाता है। बता दें कि अरुण जेटली संक्रमण से पीड़ित हैं और उन्हें सांस लेने भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।