नई दिल्लीः बंगाल में चुनावी जंग जारी है लेकिन चुनावी नतीजे आना अभी बाकि है. कांग्रेस को अभी से अपने विधायकों को तोड़ने का डर सताने लगा है। इसीलिए असम के बाद अब पार्टी ने बंगाल में भी जीत की संभावना वाले क्षेत्रों की पहचान शुरू कर दी है, ताकि मतदान खत्म होने के बाद उम्मीदवारों को छत्तीसगढ़ या राजस्थान भेजा जा सके।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस को डर है कि चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला तो वह सत्ता तक पहुंचने के लिए दूसरे दलों के विधायकों को तोड़ सकती है। इसीलिए कांग्रेस भाजपा को अपने विधायकों तक पहुंचने का कोई मौका नहीं देना चाहती है। इसीलिए जीत की संभावना वाले उम्मीदवारों को वह छत्तीसगढ़ भेजने की तैयारी कर रही है।
विधायकों के टूटने का डर
बता दें की पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि भाजपा कई राज्यों में दूसरे दलों के विधायकों को तोड़कर सत्ता में पहुंची है। इसीलिए हम जीत की संभावना वाले उम्मीदवारों को सुरक्षित जगहों पर भेजने की तैयारी कर रहे हैं। फिर इन उम्मीदवारों को मतगणना से एक दिन पहले वापस लाया जाएगा। मतगणना के बाद जितने उम्मीदवार भी जीतकर विधानसभा पहुंचेंगे, उन्हें उसी दिन वापस होटल भेज दिया जाएगा।
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सत्ता तक पहुंचने की उम्मीद
उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी को केरल में किसी तरह की टूट की आशंका नहीं है, क्योंकि वहां भाजपा की स्थिति मजबूत नहीं है। असल डर असम और बंगाल में है, क्योंकि सत्ता तक पहुंचने के लिए भाजपा बहुमत जुटाने की कोशिश करेगी। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को केरल और असम में सत्ता तक पहुंचने की उम्मीद है। बता दें की बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में इस बार बराबरी का मुकाबला है।