नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश में भाजपा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे को ही आगे कर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही है, आने वाले कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए विपक्ष ने योगी सरकार को घेरने की रणनीति तय की है, खुद भाजपा के अंदर कुछ स्तरों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नाराजगी भी जताई जा रही है। लेकिन सूत्रों की मानें तो आज के दिन भाजपा योगी के चेहरे को ही जिताऊ मानती है और उनके चेहरे पर ही दांव लगाएगी।
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CM उम्मीदवार में बदलाव खारिज
यूपी में इन चुनावों के लिए खुद सीएम योगी को भी साबित करना होगा कि केंद्रीय नेतृत्व ने जिस भरोसे के साथ प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी थी, वह उस पर खरे हैं और लोगों का भी विश्वास है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में भाजपा के बड़े नेताओं की समीक्षा बैठक ने अटकलों को तेज हवा दी। लेकिन भाजपा के सूत्र प्रदेश सरकार व संगठन में किसी बड़े बदलाव की संभावना और मुख्यमंत्री उम्मीदवार में बदलाव को खारिज करते हैं।
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संक्रमण रोकथाम में सक्रियता
कोरोना महामारी के दौरान योगी कोरोना के प्रबंधन में सक्रिय दिखे। पहली लहर को काबू करने और दूसरी लहर को थामने की कोशिश की। देश का सबसे बड़ा राज्य होने के बावजूद दूसरे राज्यों के मुकाबले संक्रमण भी कम हुआ और मृत्यु भी। एक पदाधिकारी के अनुसार एक वक्त लगा था कि उत्तर प्रदेश बहुत बुरी तरह संक्रमित होगा, लेकिन मुख्यमंत्री की सक्रियता ने इसे थामने में मदद की.
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सीएम योगी की कार्यप्रणाली
यूपी में कोई बाहुबली हों या उपद्रवी, योगी ने प्रशासन का इकबाल दिखाया। मंत्रिमंडल में भले कई विवाद खड़े हुए हों, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर योगी की ईमानदारी पर कोई अंगुली नहीं उठी।सूत्र बताते हैं कि अब तक किसी भी स्तर पर मुख्यमंत्री चेहरे में बदलाव को लेकर न तो चर्चा हुई है और न ही इसकी कोई संभावना है। बल्कि प्रदेश स्तर पर उनकी कार्यप्रणाली को लेकर शिकायत करने वाले नेताओं की ओर से भी उन्हें बदलने को लेकर कोई सुझाव नहीं दिया गया।