नई दिल्ली : नई दिल्ली से चलने वाली लखनऊ मेल को देर रात बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी ।दिल्ली कंट्रोल रूम को मिली सूचना के बाद स्टेशन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में ट्रेन को गाजियाबाद जंक्शन पर रोका दिया गया था।
आरपीएफ ने इसकी सूचना जीआरपी और गाजियाबाद पुलिस को तुरन्त दी। उसके बाद स्थानीय पुलिस बम निरोधक दस्ता संग गाजियाबाद स्टेशन पहुंच गई । और साथ ही लखनऊ मेल की जांच गई। करीब एक घंटे तक ट्रेन के कोने-कोने में छानबीन की गई। उस कारण यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। ट्रेन में कुछ नहीं मिलने की पुष्टि होने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली और ट्रेन को फिर से रवाना कर दिया गया।
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यात्रियों को परेशानी
बता दें कि एक जगह और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।दुसरी तरफ सड़क से चलने वाले यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा था। गाजियाबाद में ही दिल्ली मेरठ हाईवे पर ट्रैफिक पुलिस ने एनसीआरटीसी पर बिना सूचना दिए बगैर ही डायवर्जन करने का आरोप लगा दिया था। उससे दिल्ली मेरठ हाईवे पर जाम की स्थिति बन गई थी। उस संबंध में एसपी ट्रैफिक एनसीआरटीसी ने पत्र भी जारी कर दिया था। जीटी रोड से शहर की तरफ आने वाले वाहनों को मेरठ तिराहा पर बने कट से मोड़ देने का अदेश जारी करना पड़ा था। मगर रैपिड रेल के निर्माण कार्य के चलते इस कट को भी बंद कर दिया गया था। पुलिस ने बताया कि एनसीआरटीसी ने मेरठ हाईवे पर ही 100 मीटर आगे नया कट बना दिया था। कट बनाने से पहले ट्रैफिक पुलिस को इत्तला नहीं दी गई थी। वही जिस जगह कट बनाया गया था। वहा पर भारी वाहनों को निकालने के लिए पर्याप्त जगह नही थी। उस कारण भारी वाहन का मुड़ पाना असान नही था। वहीं, कट पर मुड़ने के लिए कोई चिह्न भी नहीं लगाया था। पुलिस को बताए बिना डायवर्जन करने पर जीटी रोड और मेरठ हाईवे जाम की जद में आ गए थे।
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डायवर्जन किया
एसपी ट्रैफिक ने मेरठ तिराहा पर एनसीआरटीसी के द्वारा ट्रैफिक पुलिस को बिना बताए डायवर्जन किया था। उससे ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने में दिक्कत हो गई थी। उसी वजह से एनसीआरटीसी को पत्र भी लिखा गया था। जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि पुलिस को सूचना देकर ही डायवर्जन किया गया था। साथ ही डायवर्जन की जगह पुलिस मौके पर तैनात पहले से ही थी।