Hyedrabad Case के बाद बुलंदशहर की बेटी के साथ हुई हैवानियत
लखनऊ : हाल ही में हैदराबाद में हुए एक घिनौने कृत्य के बाद हैदराबाद पुलिस ने दरिंदों के एनकाउंटर से अपने दाग भले ही धो लिए हो। लेकिन देश में अभी भी बेटियां सुरक्षित नहीं है। हालांकि लगातार उत्तर प्रदेश में बेटियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में यूपी सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़े- बड़े दावे करती रही है। लेकिन बेटियां अपने आपको उत्तर प्रदेश में असुरक्षित महसूस कर रही है। अभी हाल में ही यूपी (UP) के बुलंदशहर(Bulandshahr) के पहासू की घटना सामने आई है।
किशोरी के साथ गैंगरेप करते हुए उसकी वीडियो बनाई
यह घटना उत्तर प्रदेश बुलंदशहर के पहासू थाना क्षेत्र की है। बीते 3 तारीख को एक किशोरी के साथ 3 सजातीय किशोरों ने समूहिक दुष्कर्म किया । किशोरी के साथ दुष्कर्म करते हुए वीडियो बनाई। वीडियो बनाने के बाद वायरल भी कर दिया। वीडियो वायरल करने के साथ आरोपियों ने लड़की को जान से मारने की धमकी दी कहा परिजनों को न बताए।
पुलिस ने चौथे आरोपी को भी किया गिरफ्तार
गैंगरेप पीड़िता ने इस आपबीती घटना को किसी को नहीं बताया। लेकिन वीडियो वायरल के चलते किशोरी के परिजनों को इस घटना का पता चल गया। घटना के पता चलते किशोरी के चाचा ने तुंरत जिला थाना में तीनों आरोपी के खिलाफ जाकर एफआईआर दर्ज कराई। वहीं यूपी पुलिस ने त्वरित घटना की कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बाद में उस चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है जिसनें मोबाइल से वीडियो वायरल की थी।
बुलंदशहर दुष्कर्म तीनों आरोपी हुए गिरफ्तार
गैंगरेप के तीनों आरोपी उसके रिश्तेदारी में भी बताए जा रहे हैं, पुलिस ने मामले में वीडियो वायरल से लेकर गैंगरेप करने वाले चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस इस मामले को लेकर कड़ी कार्रवाई का दावा कर रही है। हालांकि घटना से साफ होता है कि उत्तर प्रदेश में आज भी बेटियां असुरक्षित हैं।
सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद बदनाम करने की धमकी दी जाती है
बता दें कि आज भी बाहुबल या समाज में शर्मसार करने के नाम पर पहले बलात्कार होता है और फिर उनको सार्वजनिक बदनाम करने के नाम पर घटना को दबाने की भी कोशिश होती है। मगर वीडियो वायरल होने के बाद गैंगरेप की घटना तो सामने आ गई मगर सवाल अब भी उन तमाम ऐसी किशोरी और यूपी महिलाओं पर खड़े होते हैं जो आज भी अपनी जो मन में दबाए बैठी हैं। ऐसे में समाज को जागरूक होने की जरूरत है कि ऐसी घटनाओं में आरोपियों को सजा मिलनी जरूरी है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो पाए।