जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: चेन्नई में सेक्शुअल हैरसमेंट और शोषण से तंग आकर 11वीं की एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली। खुदकुशी से पहले छात्रा ने जो लैटर लिखा है वो हर किसी को झकझोर देने वाला है। लैटर में छात्रा ने लिखा, एक लड़की या तो मां की कोख में सुरक्षित है या कब्र में। सुसाइड नोट की आगे की पंक्तियों में छात्रा ने अपना पूरा दर्द बयां किया है।
स्कूल सुरक्षित नहीं, टीचर्स पर भी भरोसा नहीं, ना मैं पढ़ पा रही हूं ना सो पा रही हूं…लड़की सिर्फ मां की कोख में सुरक्षित है या कब्र में। ये लाइन हैं उस लैटर की जो मरने से पहले 11 वीं की छात्रा ने लिखकर गई है। चेन्नई में 11वीं की एक छात्रा ने यौण शोषण से परेशान होकर मौत का रास्ता अपना लिया। छात्रा की लाश छत से लटकती हुई मिली। इस मामले में पुलिस ने एक 21 साल के कॉलेज स्टूडेंट को अरेस्ट किया है।
मां-बाप लड़कों को सिखाएं लड़कियों का सम्मान करना
मरने से पहले सुसाइड नोट में छात्रा ने अपनी पूरी आपबीती बंया की। छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा, स्कूल सुरक्षित नहीं हैं। टीचर्स पर भी भरोसा नहीं किया जा सकता। मानसिक रूप से परेशान होने की वजह से मैं न पढ़ पा रही हूं और न ही सो पा रही हूं। हर मां-बाप को अपने बच्चों और लड़कों को सिखाना चाहिए कि लड़कियों का सम्मान करें। सुसाइड नोट के आखिर में छात्रा ने अपने रिश्तेदारों और टीचर का जिक्र करते हुए लिखा- और यौन उत्पीड़न बंद करो। जस्टिस फॉर मी।
आरोपी ने कबूला गुनाह
पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी छात्र ने गुनाह कबूल कर लिया। आरोपी ने अपने बयान में कहा, उसने छात्रा के साथ शारिरीक संबंध बनाए थे। वह पिछले कुछ दिनों से लड़की को अश्लील और ब्लैकमेल करने वाले मैसेज भेज रहा था। जिससे तंग आकर छात्रा ने सुसाइड कर लिया।
आरोपी के बारे में बताया जा रहा है वह छात्रा के साथ तीन साल पहले तक एक ही क्लास में पढ़ता था। बाद में छात्रा गर्ल्स स्कूल कॉलेज में चली गई। सोशल मीडिया के जरिए दोनों एक दूसरे के संपर्क में थे। अब पुलिस इस बारे में पता लगा रही है कि कहीं, छात्रा के साथ एक से ज्यादा लोगों ने तो शोषण नहीं किया।
सीएम स्टालिन ने की थी अपील
दरअसल, बीते कुछ हफ्तों में तमिलनाडू में चार लड़कियों ने यौण सोशण से तंग आकर अपनी जान दे दी। जिस पर राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने लड़कियों से अपील की थी कि, वे ऐसी घटनाओं की शिकायत करें। सीएम स्टालिन ने वीडियो संदेश जारी कर कहा था, जब भी किसी की जान जाती है तो मुझे तकलीफ होती है। सुसाइड जैसा कदम उठाने की जगह पीड़िताओं को शिकायत कर आरोपियों को सजा दिलानी चाहिए।