उत्तराखंड : मंगलवार शाम देवप्रयाग के दशरथ पर्वत पर बादल फटने की घटना से यहां से निकलने वाली शांता नदी अचानक भारी ऊफान पर आ गई। भारी मात्रा में पानी के साथ आये मिट्टी और पत्थरों ने शांति बाजार में तबाही मचा दी, जिससे सीमेंट और सरियों के पिलरों पर खड़ा आईटीआई का तीन मंजिला भवन जमीदोज हो गया।
दुकानें हुईं ध्वस्त
आईटीआई भवन में मौजूद कम्प्यूटर सेंटर, निजी बैंक, बिजली, फोटोग्राफी सहित करीब दस दुकानें नदी में आये मलबे की चपेट में आने से पूरी तरह ध्वस्त हो गई। शांता नदी पर बनी पुलिया, बस अड्डे की ओर का रास्ता सहित उससे सटी ज्वेलर्स, कपड़े, मिठाई की दुकानें भी नदी में आये भारी ऊफान की चपेट में आने पूरी तरह ध्वस्त हो गई। कोरोना कर्फ्यू नहीं होता तो नगर में बड़ी संख्या में जनहानि हो सकती थी।
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प्रशासन हुआ अलर्ट
घटना के बाद एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेसक्यू कार्य शुरू कर दिया था। डीजीपी अशोक कुमार के अनुसार इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है। वहीं घटना के सीएम तीरथ सिंह रावत ने राहत कोर्यो के साथ घटना की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।