नई दिल्ली: कोरोना काल में बात कुछ और थी। लेकिन अब जिंदगी को जीने का अंदाज बहुत कुछ बदल गया है। यह बात पार्टनर के साथ निजी संबंध पर भी लागू होती है। टेरेंस हिगिंस ट्रस्ट ने पिछले दिनों अपने एक सर्वे में यह नतीजा निकाला कि कोराना महामारी का असर लोगों के सेक्स लाइफ पर भी पड़ने लगा है।
हाईकोर्ट : फेसबुक पर लड़की फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे तो वह सेक्स पार्टनर की तलाश नहीं
कोरोना के बाद सेक्स करने के घटे प्रतिशत
कोरोना से पहले दुनिया भर में 18 से 54 साल के 51% स्त्री और पुरुष हफ्ते में एक से तीन बार सेक्स करते थे। जो अब लगभग 62 प्रतिशत घट गया है। खासकर ब्लाइंड डेट, नए पार्टनर के साथ सेक्स बिलकुल बंद है। सर्वे में इसकी वजह बताई गई है, जिस तरह आम जिंदगी में स्वस्थ रहने और कोरोना से बचने के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है, निजी संबंधों के दौरान भी यह ध्यान रखना जरूरी है।
अगर आप बाहर से आते है तो अंतरंग संबंध बनाने से बचें
अगर आपका पार्टनर इस समय आपसे दूर रहता है, इस दौरान आपसे मिलने आता है, तो स्त्री हो या पुरुष, उससे अंतरंग संबंध बनाने से बचना जरूरी है। टेरेंस हिगिंस ट्रस्ट के सर्वे के निचोड़ के अनुसार अपने पार्टनर से मास्क लगा कर और सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए मिलें। चौदह दिन के क्वारंटाइन के बाद ही रिश्ता बनाने के बारे में सोचें।
सेक्स करने में अब डर रहे है लोग
पूरी दुनिया में इस समय सेक्स वर्कर्स खाली बैठे हुए हैं। उनके पास लोग आने से डर रहे हैं। यही नहीं, जिन देशों में सेक्स वर्क लीगल है, वहां भी उनसे दूरी बरती जा रही है। इस संकट को देखते हुए कई पश्चिमी देश उनके लिए पेंशन का प्रावधान भी रख रहे हैं। डॉ. एंडी के मुताबिक कोराना का संकट अगले साल के मध्य तक रहेगा, तब तक तमाम सावधानियां लेना जरूरी है।