नई दिल्लीः देश में कोरोना महामारी ने बवाल मचा रखा है. केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने कहा कि वायरस के उच्च स्तर के प्रसार को देखते हुए तीसरी लहर आना अनिवार्य है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह तीसरी लहर कब आएगी और किस स्तर की होगी। डॉक्टर अजीत सिन्हा ने कहा कि उस वक्त तक कोरोना खुद को म्यूटेट कर सकता हैं. ऐसे में उसका क्या असर होगा इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
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कोरोना की तीसरी लहर
उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के दौरान कितनी समस्या आईं ये बात किसी से छिपी नहीं है. दूसरे चरण में बेड, ट्रांसपोर्टेशन समेत कई समस्याएं आई हैं. ऑक्सीजन की कमी का संकट आया है. कई विफलताएं सामने आई हैं.अजीत सिन्हा ने आगे कहा कि अगर स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत नहीं रखेंगे तो स्थिति खराब हो सकती है. उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर इतनी खतरनाक नहीं होती अगर लोग लापरवाही नहीं बरतते. लोग बिना मास्क चलने लगे थे।
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लापरवाही से बचाव जरुरी
डॉक्टर अजीत सिन्हा ने कहा कि कोरोना के वक्त आपको एक ही चीज बचा सकती है, वो है आमलोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता. लोगों को मास्क पहनना चाहिए और लगातार सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए. कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए. इसके साथ ही, सरकार भी समझ गई है दूसरे चरण के दौरान, ऐसे में अब सरकार इसे गंभीरता से लेकर महामारी के खिलाफ तैयार रहती है, और ना सिर्फ मेडिकल बल्कि पैरामेडिकल सपोर्ट सिस्टम बनाती है, तभी इस महामारी से जीता जा सकता है।