Lockdown 4.0: आज से खुलेगी दिल्ली, जानिए क्या है ऑड-ईवन फॉर्मूला
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को कण्ट्रोल करने के लिए और सोशल डिस्टेंस देखते हुए ऑड-ईवन (सम-विषम) फॉर्मूला के साथ अब दूकान खोलने के निर्देश जारी किये गए हैं। वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए देश की राजधानी के बाजारों में रौनक देखने को मिलेगी । राज्य सरकार के इस निर्णय के साथ ही दिल्ली के 950 से अधिक खुदरा और थोक बाजारों में पिछले 55 दिनों से छाई मायूसी दूर हो जाएगी। हालांकि, रेड जोन एरिया में स्थित बाजारों में स्थिति पहले जैसी रहेगी । इनको छोड़कर मंगलवार से दिल्ली के सभी बाजार सामान्य रूप से खुलने लग जाएंगे।
व्यवसायियों में ख़ुशी
लम्बे समय से बंद दुकानदारों और व्यवसायियों ने सरकार के इस बड़े फैसले पर खुशी जताई है। इससे व्यवसायियों के सामने गहराता आर्थिक संकट काफी हद तक दूर होगा। हलाकि , दुकानदारों का कहना है कि कारोबार सामान्य होने में अभी कुछ और दिनों का वक्त लगेगा, तो भी इस फैसले से बाजारों की जड़ता टूटी है और इससे चहल-पहल लौटेगी। खासकर लोगों को निर्भीक होकर दूकान तक आने में अभी बहुत समय लगेगा।
- इसके साथ ही दुकानें खोलने के साथ ही दुकानदारों को सुरक्षा के सारे नियमों का पालन अनिवार्य होगा।
- मास्क पहनना और ग्लब्स पहनना अनिवार्य होगा
- सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा।
- शारीरिक दूरी के नियम खुद पालन करने के साथ लोगों से भी करवाना दूकानदार की जिम्मेदारी होगी।
- किराना, फल, सब्जी, दूध, दवा, स्टेशनी, किताबों, पंखों जैसे पहले से घोषित दुकानें पूर्व की भांति रोजाना खुलेंगी। इनपर इस फार्मूले का कोई असर नहीं होगा।
सदर बाजार रहेगा बंद
एशिया के बड़े बाजारों में शुमार सदर बाजार नहीं खुलेगा, कारण कि यह कंटेनमेंट जोन में आता है। इसी तरह चांदनी महल इलाके में स्थिति दुकानों पर भी पाबंदी जारी रहेगी।
परिवहन समेत कई निर्णय राज्य सरकार पर
लॉकडाउन-4 में 31 मई तक लागू में केंद्र सरकार ने बाजार व परिवहन समेत कई निर्णय राज्य सरकार पर छोड़ दिया है। सरकार के इस निर्णय के बाद से साफ़ हो गया था कि दिल्ली में बाजारखुल जायेंगे। इन सबके बीच सोमवार को दिल्ली सरकार ने ऑड-इवेन फॉर्मूले के साथ बाजारों को खोलने की मंजूरी दे दी है। आपको बता दें कि , फॉर्मूला सरकार को व्यापारियों ने ही सुझाया था।
कारोबारी संगठन का सुझाव
देशव्यापी लॉकडाउन 4.0 में मांगे गए सुझाव के बाद कारोबारी संगठन ने ये सुझाव दिया था कि ऑड-इवेन फॉर्मूला के साथ दिल्ली में दुकाने खोली जाये हलाकि इस फार्मूला से खुदरा बाजारों को अलग रखा जाएं। कनॉट प्लेस और खान मार्केट जैसे खुदरा बाजार रोज खोले जाने की अनुमति के पक्ष में है। इसी तरह कुछ कारोबारी संगठन वैश्विक महामारी के मामले को बढ़ता देख कुछ दिन और बंद रखने के पक्ष में हैं। राजधानी दिल्ली में थोक और खुदरा दोनों प्रकार का बाजार है जहां से दिल्ली समेत पूरे देश में कारोबार होता है। हर वर्ष हजारों करोड़ रुपये का कारोबार होता है।
क्या है ऑड-इवेन फार्मूला
आम आदमी पार्टी ट्रेड विंग के संयोजक बृजेश गोयल ने कहा कि ‘जिस दुकान का अंतिम नंबर ऑड होगा वो ऑड वाली तारीख पर और जिस दुकान का नंबर ईवेन होगा, उसकी दुकानें ईवेन नंबर वाले दिन खुलेंगी। यानि जिस दुकान का नंबर 1,13,15,27 समेत अन्य है, वो ही मंगलवार 19 मई को खुलेंगी। बाकि सम नंबर की दुकानें अगले दिन खुलेंगी। इस तरह यह फॉर्मूला काम करेगा। इसके अलावा बाजारों को खोलने से पहले सैनिटाइज किया जाएगा। इसकी शुरुआत मंगलवार से कश्मीरी गेट मार्केट से होगी।
ध्वस्त अर्थ व्यवस्था को उठाने की कोशिश
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल व द हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन समेत अन्य कारेाबारी संगठनों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। वहीं भाजपा ने इसके साथ ही सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था भी बहाल करने की मांग की है। इस कदम से व्यवसाय को एक नया रास्ता मिल सकता है। लॉक डाउन में देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है ऐसे में , दुकाने खुलने से जहां फिर से अथव्यवश्ता पटरी पर आ सकती है वहीं पालयन भी रोका जा सकता है।
पलायन पर हो सकेगा कण्ट्रोल
लॉक डाउन में ढील देने के इस फैसले सरकार के इस फैसले से व्यापारियों के साथ सबसे अधिक राहत कर्मचारियों और कामगारों को मिलेगी।लगातार अलग अलग क्षेत्रों से पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों को रोकने में भी सफलता मिलेगी। दिल्ली के कई थोक कारोबारी केंद्र चांदनी चौक इलाके में अब भी 20 से 30 हजार मजदूर मौजूद हैं। इसी तरह 1.5 लाख से अधिक कर्मचारी है। इनके खाने-पीने की व्यवस्था की व्यापारिक संगठन भरसक कोशिश कर रहे थे, लेकिन रोजगार के अभाव में यह भी घर जाने का मन बना रहे थे। बाजार खुलने से उनको भी रोजगार मिलेगा, उनके हाथ में पैसा आएगा तो वह अपने भविष्य को लेकर चिंतित नहीं होंगे।