मुजफ्फरपुर: जिले में कोरोना के बीच डेंगू ,चमकी और एईएस का क़हर
वैश्विक महामारी कोरोना का क़हर बढ़ता हीं जा रहा है। जहां देश कोरोना जैसी महामारी से परेशान है वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर में डेंगू और एईएस के मरीज बी बढ़ रहे हैं। जिले में डेंगू के दस्तक से जिले में हड़कंप मच गया है। रविवार को मुजफ्फरपुर में डेंगू के मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमे में अफरातफरी की स्थिति बन गई है।
तीन मरीज में डेंगू
जिले में तीन तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच की वायरोलॉजी लैब में इनकी जांच हुई थी। जहां इनकी लैब रिपोर्ट जारी कर दी गई है। इनमें गोबरसही का 45 वर्षीय अनिल कुमार, बोचहां के शर्फुद्दीनपुर का 21 वर्षीय रंजन कुमार व बोचहां के ककरा चौक का 14 वर्षीय आयुष रंजन शामिल हैं। अभी तीनों की स्थिति ठीक है। अच्छी खबर ये है कि इनमे से कोई भर्ती नहीं है। अप्रैल माह के अलग अलग तारीखों पर इनकी जाँच हुई थी। जांच के बाद इनमे डेंगू पॉजिटिव आने के बाद स्वस्थ्य विभाग अलेर्ट हो गया था। हालांकि , इलाज़ के बाद ये तीनो स्वस्थ हो गए हैं।
विभागों को किया गया अलर्ट
वहीं विभाग की बात करें तो , इन तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग को पूरी तरह अलर्ट कर दिया गया है। इस बारे में जिला वैक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि पूरी जानकारी लेकर फॉगिंग की जाएगी। दूसरी ओर कोरोना क़हर के बीच बिना मौसम के इस बीमारी के होने को लेकर डॉक्टरों में कई तरह के संदेह की स्थिति है। वरीय चिकित्सक ब्रजेश कुमार ने बताया कि ये मौसम डेंगू के लिए अनुकूल है। जो इसका वाहक मच्छर है, उसमें इन्फेक्शन तो रहता ही है। इसलिए बीमारी होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
जुड़वाँ बहन में एईएस की पुष्टि
वहीं दूसरी तरफ , मुशहरी के रौशनपुर चक्की की दो जुड़वा बहनों में एईएस की पुष्टि हुई है। फ़िलहाल दोनों बहनों का इलाज़ एसकेएमसीएच के पीआईसीयू में चल रहा है। चार साल की मौसमी व सुक्की कुमारी को एक दिन पहले संदिग्ध एईएस की श्रेणी में रखकर इलाज किया जा रहा था। इन दोनों में बीमारी की पुष्टि होने के बाद जिले में इस साल अबतक एईएस कंफर्म बच्चों की कुल संख्या छह हो गई है। इनमें एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है।
चमकी ने भी दी दस्तक
रविवार को पूरी रिपोर्ट अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने जिला प्रशासन को सौंप दी है। उन्होंने बताया कि दो और बच्चों में कंफर्म एईएस की पुष्टि हुई है। इनका अभी इलाज चल रहा है। अबतक एसकेएमसीएच में ज्ञात एईएस के 10 और अज्ञात एईएस के कुल चार बच्चों का इलाज हुआ है। दूसरी ओर चमकी-बुखार से पीड़ित एक बच्चे का भी इलाज चल रहा है।