नई दिल्ली : बिन बेटी हम समाज की कल्पना भी नहीं कर सकते, पर इसे विडंबना हीं कहेंगे कि आज भी हमारे समाज में बेटी को वो दर्जा नहीं मिल पाया है जिसकी वो हक़दार है | सरकार भले भूर्ण हत्या पर रोक लगा चुकी है इसके बावजूद आज भी चोरी-छिपे कोख में पल रही बेटियों की हत्या हो रही है | ऐसे में बनारस की डॉ. शिप्रा धर ने एक अनौखी मुहीम शुरू की है।
समाज के लिए मिसाल हैं डॉ. शिप्रा धर श्रीवास्तव
बेटियों की जान लेने वालों को रोकने और लड़कियों के जन्म को बढ़ाना देने के लिए (Varanasi) वाराणसी के डॉक्टर (Dr. Shipra Dhar Shrivastav) डॉ. शिप्रा धर श्रीवास्तव ने अनोखी मुहीम शुरू की है. इसके तहत उनके नर्सिंग होम में यदि कोई महिला बच्ची को जन्म देती है, तो उससे कोई डिलिवरी चार्ज नहीं लिया जाता |
नर्सिंग होम में निशुल्क पढ़ाई
डॉ शिप्रा ने गरीब लड़कियों की शिक्षा का भी बीड़ा उठाया है | वह नर्सिंग होम में ही लड़कियों को पढ़ाती हैं | घरों में काम करने वाली कई बच्चियां उनके पास पढ़ने आती हैं | आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ दिलाने में भी मदद करती हैं | डॉ. शिप्रा ने बताया कि उनके पति डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव फिजीशियन है और वह भी उनका पूरा साथ देते हैं |