जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: पांच राज्यों उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब में चुनावों की तारीख का ऐलान हो चुका है। चुनाव आयोग ने मतदान तारीखों की घोषणा कर दी। इसी के साथ अब चुनाव प्रचार का शोर भी थम गया है। चुनाव आयोग ने मतदान वाले सूबों में आचार संहिता लागू कर दी है। यानि बड़ी बड़ी रैलियों में जमा भीड़ पर रोक लग गई है। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने चुनाव आयोग से एक बड़ी मांग कर दी है।
केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं में भरा जोश, कहा- AAP देश में बदलाव का जरिया
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘चुनावों को धार्मिक रंग देकर संकीर्ण राजनीति’ की जा रही है।‘’ मायावती ने चुनाव आयोग से मांग कि है, इस तरह की राजनीति करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। उन्होंने कहा, पिछले कुछ सालों से सत्ता और धर्म का लालच देने के लिए अनुचित काम की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ी है। धर्म के नाम पर होती राजनीति और घातक चुनाव प्रचार पर रोक लगाएं।
मायावती ने कहा, ‘चुनावी राज्यों में बहुत जरूरी है कि निर्वाचन आयोग आदर्श आचार संहिता को पूरी सख्ती से लागू कराने के लिए ठोस कदम उठाए, ताकि आमजन में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के संबंध में विश्वास कायम हो सके।‘
धार्मिक रंग देकर स्वार्थ की राजनीति
बीएसपी सुप्रीमो ने पिछली कुछ रैलियों का उदाहरण देते हुए कहा, “पिछले कुछ चुनावों में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच भी जिस प्रकार से रैलियों एवं रोड शो के ज़रिये आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया गया है, उससे पूरा देश हैरत में है। इसके अलावा, पिछले कुछ वर्षों से चुनावों को धार्मिक रंग देकर जिस प्रकार से स्वार्थ की संकीर्ण राजनीति की जा रही है, उस पर भी चुनाव आयोग को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।”