नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के जिले मथुरा में भाजपा के पूर्व सांसद के काफिले पर ईंट-पत्थर फेंके कर किसानो ने रोष जताया। चौधरी तेजवीर सिंह का घेराव करते हुए किसानों ने कृषि कानून वापस लेने के लिए नारे लगाए। किसानों ने आधे घंटे से जादा समय तक भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस के पहुंचने पर किसानों को वहा से हटाया गया। उसके बाद वहा किसान चौपाल में शामिल होने के लिए चले गए।
किसानों का आक्रोश
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों में आक्रोश को शांत कराने के लिए भाजपा ने किसान चौपाल लगाई थी। जनपद में जगह-जगह चल रही किसान चौपालों को भाजपा के वरिष्ठ नेता संबोधित कर रहे है। वही यूपी कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन चौधरी तेजवीर सिंह बलदेव गांव पटलौनी में किसान चौपाल को संबोधित करने के लिए गाए थे।
गांव किलौनी के पास रोका
रास्ते में गांव किलौनी के पास उनके काफिले को किसानों ने रोक दिया था। किसान भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कृषि कानून को वापस लेने के लिए अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे। आधे घंटे तक किसानों को समझाते रहे,पर एक भी किसान ने उन की बात नहीं सुनी।उसके बाद चौधरी तेजवीर सिंह के घेराव की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों को अलग किया और फिर चेयरमैन का काफिला पटलौनी के लिए रवाना हो सका।
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कृषि कानून के फायदे
पंचायत में भाजपा नेता ने किसानों को कृषि कानून के फायदे गिनाए। भाजपा नेताओं को कृषि कानून को लेकर यह पहला विरोध नहीं झेलना पड़ा है। वही गोवर्धन के भाजपा विधायक कारिंदा सिंह को भी गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र के गांव सोन में विरोध को झेलना पड़ा था और उनके खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी भी की गई थी। यूपी कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन चौधरी तेजवीर सिंह ने बताया कि किसान विरोध कर रहे थे। उन को समाने पर भी नहीं माने ,उसके बाद पुलिस पहुंची और कार्रवाई की गई।