नई दिल्ली : पापा भीख मंगवाते हैं, मैं मना करती हूं तो जलती हुई सिगरेट मेरे सिगरेट में दागते हैं। मैं नरक से भी बदत्तर जिंदगी जी रही हूं। मैडम मुझे घर नहीं जाना, मुझे पढ़ाई करनी है, इसलिए मैं घर छोड़कर भाग आई, मुझे जेल में डाल दो, चाहे नरक में लेकिन मुझे घर नहीं जाना।
यह शब्द रोते हुए एक 14 वर्षीय किशोरी ने सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन पदमा रानी को काउंसलिंग के दौरान कहे।
Delhi Crime: एक थप्पड़ जो मारा तो चाकुओं से कर डाले अनगिनत वार
पुलिस को बताई दर्द भरी कहानी
सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन पदमा रानी ने बताया कि उन्हें गत 28 मार्च होली की रात करीब आठ बजे वार्ड 10 के पार्षद रविंद्र भाटिया से सूचना मिली थी कि करीब 14 वर्षीय एक किशोरी सेक्टर- 12 में 548 के बाहर बैठी हुई रो रही है। इसी सूचना पर उन्होंने सेक्टर 11-12 चौकी पुलिस को मौके पर भेजकर किशोरी को रेस्क्यू कराया।
बच्ची ने खोला राज
बच्ची से बातचीत करने का प्रयास किया लेकिन वह डरी थी, जिस वजह से वह बोल नहीं पाई। उन्होंने किशोरी का मेडिकल कराया और उसके बाद उझा रोड स्थित सृष्टि कल्याण समिति ओपन शेल्टर होम में भिजवा दिया। वहीं मंगलवार को बच्ची की काउंसलिंग की गई। जिसमें बच्ची ने हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं।