जनतंत्र डेस्क Tamil Nadu: चेन्नई में दो दिन से लगातार बारिश से हालात बाढ़ जैसे हो गए हैं। भारी बारिश के कारण कई इलाकों में वाहन और घर डूबे नजर आ रहे हैं। यहां घरों के अंदर पानी भर गया। लगातार बारिश के बाद प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है। वहीं, ऐसे हालातों में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर हैं। वे हेलिकॉप्टर से नहीं बल्कि पानी में डूबी सड़कों पर ही चलकर लोगों के पास पहुंचे।
2015 के बाद चेन्नई में पहली बार इतनी ज्यादा बारिश हुई है। शनिवार रात से रविवार दोपहर 1 बजे तक चेन्नई में 14 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। प्रशासनिक टीम राहत कार्य में जुटी हुई है। ज्यादा प्रभावित इलाको में लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है। लोगों ने अपनी गाड़ियां चेन्नई के वेलाचेरी फ्लाईओवर पर पार्क कर रखी हैं। खुद सीएम स्टालिन पानी से लबालब भरी सड़कों पर उतरकर हालात का जायजा ले रहे हैं।
Tamil Nadu: औसत से 41% ज्यादा बारिश
इस समय तमिलनाडु में उत्तर-पूर्व मानसून सक्रीय है। जिससे यहां भारी बारिश हो रही है। राज्य सरकार के मुताबिक, इस बार प्रदेश में औसत से 41% ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती सिस्टम बनने के कारण चेन्नई में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। नॉर्थ ईस्ट मानसून के चलते 9 से 11 नवंबर के दौरान आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
Tamil Nadu: कई इलाकों में बाढ़ के हालात
तमिलनाडु के एग्मोर, डाउटन, केएन गार्डन, पदलम, ओटेरी लेफ्ट ब्रिज, पड़ी ब्रिज, सत्य नगर शेल्टर, बाबा नगर, जीकेएम कॉलोनी और जवाहर नगर इलाके में बाढ़ के हालात बन गए हैं। इन इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।
इमरजेंसी में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए NDRF की चार टीमों को चेन्नई शहर में तैनात किया गया है। जिसमें से चेंगलपेट और तिरुवल्लुर में एक-एक और दो टीमों को मदुरई में तैनात किया गया है। चेन्नई के मयलापोर में 226 मिमी, अंबाट्टुर में 2205 मिमी, नंगमबक्कम में 207 मिमी बारिश हुई है। पूंदी झील से 4000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।