नई दिल्लीः MMG District Hospital: कोरोना संक्रमण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार व दिल्ली राज्य सरकार करोना संक्रमण के इलाज को लेकर भले ही बहुत बड़े-बड़े दावे कर रही हो लेकिन वह दावे मात्र दावे ही हैं सारे के सारे खोखले साबित हो रहे हैं। दिल्ली निवासी संदीप चड्ढा अपनी सास को लेकर जो कि कोरोना से संक्रमित थीं इलाज के लिए दिल्ली और गाजियाबाद में भटकते रहे लेकिन उनकी सास को सही समय पर इलाज ना मिलने के कारण दम तोड़ दिया। सरकार कि व्यवस्था तब खोखली लगी और दिल पसीज गया उस समय जब उन्होंने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया यह तस्वीर आज सुबह 10:30 बजे की है जिसमें यह महिला एंबुलेंस के अंदर बैठी भी करा रही हैं.
MMG District Hospital: दिल्ली निवासी थे
संदीप चड्ढा ने बताया कि वह दिल्ली निवासी हैं और अपनी सास को इलाज के लिए दिल्ली के कई अस्पतालों में लेकर गए लेकिन वहां इलाज नहीं मिला जिसको लेकर वह गाजियाबाद के जिला संयुक्त अस्पताल में रेफर किये गए लेकिन उन्होंने ने भी उनको भर्ती नहीं किया उनको कोविड-19 के जांच के लिए गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल भेज दिया लेकिन सुनीता कक्कड़ का ऑक्सीजन लेवल काफी कम था उन्हें ऑक्सीजन की कमी और सही समय पर इलाज ना मिलने के कारण तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
सुनीता कक्कड़ कि बेटी का कहना है कि अस्पताल जानबूझ कर मरीजों को परेशान कर रहे हैं कोविड जाँच के लिए पांच किलोमीटर किसी और अस्पताल में जाकर रिपोर्ट लेकर आओ फिर उसके बाद जाँच करेंगे, इन्हीं सब में आने जाने में मेरी माँ कि मौत हुई है.
हॉस्पिटल वालों का कहना है कि अगर आप अपना ऑक्सीजन लेकर आते हैं तो हम एडमिट कर लेंगे नहीं तो हमारे पास तो नहीं है. अपने भाषणों में सरकारें स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर जो भी कहती हो लेकिन यह घटना सभी भाषणों और व्यवस्था पर चोट है.