नई दिल्ली : शारदीय नवरात्र आज से शुरू हो चुकी है, इस नवरात्र(Navratri 2020)का खास महत्व है, हिंदू धर्म में इन नौ दिनों का बहुत अधिक महत्व होता है, नवरात्र में देवी के नौ रूपों की पूजा धूमधाम से की जाती हैं, हर एक दिन देवी के अलग-अलग रूप की उपासना करने से भक्त को आशीर्वाद मिलता है, इन नौ दिनों में हर तरफ एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, इसलिए किसी भी काम को करने के लिए ये वक्त उत्तम माना जाता है।
नवरात्रि के खास महत्व पढ़िए – Navratri 2020
बता दें नवरात्रि में मुख्य रूप से मां महालक्ष्मी, मां महाकाली और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की आराधना होती है, मां को मनाने के लिए नवरात्रि का पहला दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है, नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है, मां शैलपुत्री को सफेद चीज पसंद है, इस दिन सफेद चीजों का भोग लगाया जाता है, नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है मां ब्रह्मचारिणी को मिश्री, चीनी और पंचामृत का भोग लगाया जाता है, इन्हीं चीजों का दान करने से लंबी आयु का सौभाग्य भी पाया जा सकता है।
वहीं नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है, मां चंद्रघंटा को दूध और उससे बनी चीजों का भोग लगाएं और और इसी का दान भी करें, ऐसा करने से मां खुश होती हैं और सभी दुखों का नाश करती हैं, नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को मालपुए का भोग लगाएं, इसके बाद प्रसाद को किसी ब्राह्मण को दान कर दें और खुद भी खाएं, इससे बुद्धि का विकास होने के साथ-साथ निर्णय क्षमता भी अच्छी हो जाएगी, नवरात्रि के पंचमी तिथि के दिन पूजा करके भगवती दुर्गा को केले का भोग लगाना चाहिए और ये प्रसाद ब्राह्मण को दे देना चाहिए, ऐसा करने से मनुष्य की बुद्धि का विकास होता है, नवरात्रि के षष्ठी तिथि के दिन देवी के पूजन में मधु का महत्व बताया गया है, इस दिन प्रसाद में मधु यानि शहद का इस्तेमाल करना चाहिए, इसके प्रभाव से साधक सुंदर रूप प्राप्त करता है।
नवरात्रि के सप्तमी तिथि के दिन भगवती की पूजा में गुड़ का नैवेद्य अर्पित करके ब्राह्मण को दे देना चाहिए, ऐसा करने से व्यक्ति शोकमुक्त होता है, अष्टमी के दिन मां को नारियल का भोग लगाएं और नवमी तिथि पर मां को कई तरह के अनाजों का भोग लगाएं जैसे- हलवा, चना-पूरी, खीर और पुए और फिर उसे गरीबों को दान करें इससे जीवन में हर सुख-शांति मिलती है।