भारत में दूसरे विकसित देशों जैसे हालत नहीं , बुरी स्थिति के लिए भी तैयार : केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन
अमेरिका, इटली, स्पेन, फ्रांस जैसे विकसित देशों में कोविड-19 के कारण लाखों लोग मारे गए हैं लेकिन , भारत में उतने बुरे हालात नहीं होंगे। केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि “विकसित देशों में जैसे हालात बने, भारत में वैसा होने की संभावना नहीं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन के मुताबिक, ‘देश बुरे से बुरे हालात का सामान करने के लिए तैयार हो गया है। कई विकसित देशों में जैसे हालात बने, हम उस तरह की स्थिति भारत में बनती नहीं देख रहे हैं।’
पूरी दुनिया में अपनी दहशत फैला चुका कोरोना वायरस निरंतर बढ़ता ही जा रहा है। दुनिया के लगभग 200 देशों में कोरोना के मरीजों की संख्या लाखों में है। वहीं मरने वालो की संख्या भी 3 लाख के करीब पहुँच गई है। भारत में भी कोरोना मरीजों की संख्या 60 हज़ार के लगभग पहुँच गई है। बिगड़ते हालत को देखते हुए सरकार लगातार देशव्यापी लॉक डाउन को बढ़ाती जा रही है ताकि लोग घर से काम निकले और कोरोना चेन को रोका जा सके।
केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री का बयान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बतया कि “पिछले तीन दिन में, कोरोना वायरस मामलों का डबलिंग रेट करीब 11 दिन का रहा है। पिछले सात दिनों की बात करें तो डबलिंग रेट 9.9 दिन हो जाता है। देश में कोरोना से मरने वालों की दर 3.3 प्रतिशत है जो कि दुनिया में सबसे कम फैटलिटी रेट्स में शामिल है। इसके अलावा भारत का रिकवरी रेट 29.9% हो गया है। हर्षवर्धन ने कहा कि यह सब बेहद अच्छे संकेत हैं।”
भारत में अभी 200 से ज्यादा ऐसे जिले हैं जो कोरोना से अछूते हैं। इस बीच कुछ ऐसे जिले ऐसे भी हैं जो कोरोना संक्रमण के गढ़ बन चुके हैं। देश में करीब 75 जिलों में ही कोविड-19 के ज्यादातर मामले हैं। ICMR अब इन 75 जिलों में स्टडी शुरू करने की योजना बना रहा है ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं इन जिलों में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन तो शुरू नहीं हो गई है। और कोरोना के तीसरे स्टेज तो नहीं पहुंचा है।
डिस्चार्ज प्रोसेस में बदलाव
लगातार कोरोना के बढ़ते कहर के बीच , केंद्र सरकार ने मरीजों की डिस्चार्ज पॉलिसी में बदलाव किया है। मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद अब उन्हें पृथक कर दिया जायेगा। सामान्य हालत वाले मरीजों के स्वस्थ होने पर उन्हें अब डिस्चार्ज से पहले टेस्टिंग की जरूरत नहीं रह गई है। कोरोना पेशेंट में कोई लक्षण ना दिखने, उसकी हालात सामान्य लगने पर 10 दिन में भी अस्पताल से डिस्चार्ज किय जा सकता है। यही नहीं , डिस्चार्ज होने के बाद, मरीज को 14 दिन की बजाय अब 7 दिन के होम आइसोलेशन में रहना होगा। लेकिन , इसके बाद डिस्चार्ज के 14वें दिन टेली-कॉन्फ्रेंस के जरिए मरीज का फॉलो-अप भी लिया जाएगा।
भारत में कोरोना की स्थिति
भारत में अब तक कोविड-19 संक्रमण से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 60 हज़ार के लगभग हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, “अबतक 1,981 मौतों सहित कुल 59 हजार 662 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं। ये आंकड़ा अब तेज़ी से बढ़ता ही जा रहा है। वहीं, अच्छी खबर यह है कि उपचार के बाद कुल 39 हजार 834 लोगों को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है ।” देश मे सबसे ज्यादा कोरोना का कहर महाराष्ट्र में दिख रहा है जहां अब तक 19,063 लोग कोरोना पीड़ित मिले हैं। वहीं महाराष्ट्र में मरने वालों की संख्या अब 731 पहुंच चुकी है।
विश्व में कोरोना की स्थिति
कोरोना का प्रकोप पूरी दुनिया में थमने का नाम नहीं ले रहा है। WORLD में अबतक कोविड-19 से हुई मौतों का आंकड़ा 2,70,000 से ज्यादा हो गया है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 40 लाख के पार पहुंच गई है। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौतें फर्स्ट वर्ल्ड कंट्रीज में हुई हैं। अमेरिका की स्थिति इस समय सबसे ज्यादा दयनीय है। यहां अबतक 77,180 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं दूसरे नंबर पर ब्रिटेन है जहां अबतक 31,316 लोगों की मौत हो चुकी है।
CSSE के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस का कहर फर्स्ट वर्ल्ड कंट्रीज में ज्यादा है। इस आँकड़े के अनुसार अमेरिका 1,283,929 मामलों के साथ टॉप पर है। इसके बाद स्पेन (222,857), इटली (217,185), यूके (212,629), रूस (187,859), फ्रांस (176,202), जर्मनी (170,588), ब्राजील (146,894), तुर्की (135,569) और ईरान (104,691) का नंबर आता है। वहीं , इटली (30,201), स्पेन (26,299), फ्रांस (26,233), और ब्राजील (10,017) हैं।