नई दिल्ली : होली के HOLI 2020 त्योहार का आगाज हो चुका है,ऐसें में आप भी खुद को लाल-पीले-हरे-नीले रंगों में सराबोर करने को तैयार होंगें,लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन सभी रंगों की खास अहमियत है,लेकिन बाजार में कई तरह के सिंथेटिक कलर्स मौजूद होते हैं जिसमें मौजूद खतरनाक केमिकल्स आपकी त्वचा या शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं जिससे आपके रंग में भंग पड़ सकता हैं.. लेकिन आप तो इन रंगों से बच कर कहीं भाग सकते ना ही खुद को रंग खेलने से रोक सकते है,इसलिए क्यों ना नैचुरल तरीके से रंग बनाकर होली का मजा उठाया जाए, तो चलो आपको बताते हैं रंगों के बनाने का तरीका और इनके महत्व।
HOLI 2020 – मस्ती भरा हरा रंग,,
- धनिया के पत्ते से बनेगा हरा रंग,
- ताजगी का रंग हरा
- हरा रंग राहत और सुकून देता है
- मेहंदी से बनाएं हरा रंग
बात करें HOLI 2020 हरे रंग की तो हरा रंग ताज़गी और सुकून से भरा होता है, हरियाली देखने से मन को बेहद सुकून मिलता है, यह रंग तनाव कम करता है और राहत देता है, हरा रंग बनाने के लिये,घर में रखी मेहंदी का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसे गीला करने के लिए इसमें चायपत्ती का पानी, धनिया या पुदीना पीसकर मिलाया जा सकता है, तो देखा कितना आसान है हरा रंग तैयार करना।
मस्ती भरा पीला रंग
- पीला रंग खुशियों का रंग होता है
- पीला रंग मेटाबॉलिज्म बढाता है
- हल्दी और बेसन मिलाकर बनाएं पीला रंग
- कस्तूरी हल्दी को आटे में मिलाने से पीला रंग तैयार
पीला रंग की रंगों में सबसे अधिक ब्राइट होती है, ये खुशियों का रंग है, पीला रंग हमारे दिमाग में सेरोटोनिन नामक केमिकल बनने के लिए जिम्मेदार है, जिससे हम खुश रहते हैं। यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है. ऐसें में मस्तीभरे त्योहार होली के दिन पीला रंग लगाना तो जरुरी है, उसपर अगर वह रंग नेचुरल हो तो सोने पर सुहागा हो जाएगा, पीले रंग बनाने के लिये हल्दी और बेसन को मिक्स कर सकते हैं.. फिर आटे या मैदे में कस्तूरी हल्दी मिलाकर पीला रंग तैयार किया जा सकता है..इस रंग में सूखे गेंदे और अमलाताश की पंखुड़ियां मिलाने से इसमें मनमोहक खुशबू आ जाएगी
प्यार का रंग लाल
- लाल रंग प्यार और साहस का प्रतीक
- लाल रंग से प्यार का इज़हार करें
- गुलाल की जगह करें लाल चंदन का इस्तेमाल
- कत्थे में हल्दी मिलाने से बनेगा नारंगी लाल रंग
लाल रंग सूर्य के समान होता है इसे एलर्जी और साहस के साथ साथ प्यार का रंग भी कहा जाता हैहोली के दिन अपने प्यार को व्यक्त करने के लिए इससे बेहतर रंग कोई और नहीं हो सकता, तो इसे घर पर बनाकर ही प्यार के रंग को और भी गहरा किया जा सकता है..इसे घर पर बनाना बेहद आसान है, लाल चंदन पावडर या रक्त चंदन का उपयोग लाल गुलाल के तौर पर किया जा सकता है वहीं गुड़हल के फूलों को सुखाकर या लाल चंदन को पानी में घोलकर भी लाल रंग तैयार किया जा सकता है, नारंगी रंग बनाना हो तो कत्थे में हल्दी मिला सकते हैं..वहीं चुकंदर से गुलाबी रंग बनाया जा सकता है।
नीला रंग गहराई का प्रतीक
- नीला गहरा है रंग नीला
- जल का प्रतिनिधि है नीला रंग
- नील के पौधे से बनाएं नीला रंग
- नीले गुड़हल से बनेगा नेचुरल नीला रंग
नीला रंग गहराई का प्रतीक होता है, यह रंग आसमान और जल का प्रतिनिधित्व करता है, यह रंग जल की तरह ही चंचल, गतिमान और गहरा है,नीला रंग बनाने के लिए नील के पौधे और उसके पत्तों को पीसकर पानी में मिला सकते हैं. इसके अलावा जकरंद या नीले गुड़हल के फूलों को सुखाकर सूखा नीला रंग तैयार किया जा सकता है। खुशियों के त्योहार होली पर सिंथेटिक रंगों को आपकी खुशियों को परेशानी में बदलने से रोंकें और नेचुरल रंगों से होली खेलकर त्योहार का आनंद ऊठाएं।
- हरा रंग राहत और सुकून देता है
- जल का प्रतिनिधि है नीला रंग
- नील के पौधे से बनाएं नीला रंग
- लाल रंग से प्यार का इज़हार करें
- गुलाल की जगह करें लाल चंदन का इस्तेमाल