नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आईआईटी खड़गपुर में 66वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे हैं। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन आईआईटी खड़गपुर के सिर्फ उन विद्यार्थियों के लिए अहम नहीं है, जिन्हें डिग्री मिल रही है। आज का दिन नए भारत के निर्माण के लिए भी उतना ही अहम है।
सेल्फ-थ्री का फॉर्मूला-
प्रधानमंत्री मोदी ने दीक्षांत समारोह में छात्रों से कहा कि जीवन के जिस मार्ग पर अब आप आगे बढ़ रहे हैं, उसमें निश्चित तौर पर आपके सामने कई सवाल भी आएंगे। ये रास्ता सही है, गलत है, नुकसान तो नहीं हो जाएगा, समय बर्बाद तो नहीं हो जाएगा? ऐसे बहुत से सवाल आएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन सवालों का उत्तर है- सेल्फ थ्री (Self Three)।पहला सेल्फ अवेयरनेस, दूसरा सेल्फ कॉन्फिडेंस और तीसरा सेल्फिशनेस।
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असफलता में भी सफलता-
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आप सभी, साइंस, टेक्नॉलॉजी और इनोवेशन के जिस मार्ग पर चले हैं, वहां जल्दबाजी के लिए कोई स्थान नहीं है। आपने जो सोचा है, आप जिस इनोवेशन पर काम कर रहे हैं, संभव है उसमें आपको पूरी सफलता ना मिले लेकिन आपकी उस असफलता को भी सफलता ही माना जाएगा
युवा स्टार्टअप और इनोवेटर्स को नई आजादी-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में आगे कहा कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स हो या फिर मॉडर्न कंस्ट्रक्शन टेक्नॉलॉजी, आईआईटी खड़गपुर प्रशंसनीय काम कर रहा है। कोरोना से लड़ाई में भी आपके सॉफ्टवेयर समाधान देश के काम आ रहे हैं। अब आपको हेल्थ टेक के फ्यूचरिस्टिक सोल्यूशंस को लेकर भी तेजी से काम करना है।
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IIT खड़गपुर के 75 इनोवेशन की प्रदर्शिनी-
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि आईआईटी खड़गपुर की ओर से जो 75 नए इनोवेशन्स विकसित किए गए हैं, उन्हें इकट्ठा कर दुनिया को दिखाना चाहिए। भारत की आजादी के 75वें साल पर इन सभी इनोवेशन्स को दिखाया जाना चाहिए। ये हमारे युवाओं को खुद को चुनौती देने या नया करने के लिए प्रेरित करेगा।