नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर आज लद्दाख के चुशुल में कमांडर स्तर की छठी बैठक होने जा रही है (india-china border dispute)इस बैठक में पहली बार विदेश मंत्रायल के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे,दरअसल, बीते कुछ हफ्तों से चीन के हिस्से में आने वाला मॉल्डो गैरिसन में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियां काफी बढ़ गई हैं,जब से सीमा पर चीन का आक्रोश बढ़ा है, तब से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे हालात पर नजर बनाए रखे हुए हैं।
बीते शनिवार को भारतीय सेना की उच्च स्तरीय बैठक हुई थी जिसमें एनएसए अजीत डोभाल और सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कई आला अधिकारी शामिल हुए थे बैठक के दौरान तय किया गया था कि भारत की तरफ से चीन के सामने किस तरह के मुद्दे उठाए जाएंगे।
वहीं, सीमा पर जारी तनाव के बीच (india-china border dispute) गुरुवार को सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे श्रीनगर और जम्मू कश्मीर के दौरे पर पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने राज्य की सुरक्षा स्थिति और सुरक्षा बलों के ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया, उन्होंने कहा कि एलएसी पर तनातनी और युद्ध की आशंका के मद्देनजर भारतीय सेना के हौसले पूरी तरह से बुलंद है,दुश्मन के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर से लेकर लद्दाख तक पूरी तरह तैयार है।