नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में निवर्तमान राष्ट्रपति एवं रिपब्लिकन पार्टी उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन के बीच कड़ा मुकाबले में बाइडेन आगे चल रहे हैं। अमेरिका के इस चुनाव में इस बार भारतीय मूल के प्रत्याशियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस चुनाव में डेढ़ दर्जन से अधिक भारतीयों ने जीत हासिल की है। इनमें पांच महिलाएं भी हैं।
जेनिफर राजकुमार को न्यूयॉर्क प्रांतीय विधायिका चुना गया-
वहीं पांच महिलाएं ऐसी हैं, जिन्हें प्रांतीय विधायिका में चुना गया है। इसमें जेनिफर राजकुमार को न्यूयॉर्क प्रांतीय विधायिका चुना गया है। इसके साथ ही नीमा कुलकर्णी केंटकी, केशा राम वरमोंट और पद्मा कुप्पा को मिशिगन प्रांत की विधायिका के लिए चुना गया है। भारतवंशियों के जीतने का सिलसिला अन्य राज्यों में भी देखने को मिला है। अमीश शाह एरिजोना में तो निखिल सावल पेंसिलवेनिया में, रंजीव पुरी मिशिगन और जर्मी कोनी न्यूयॉर्क की प्रांतीय विधायिका में चुने गए हैं। टेक्सास से श्री प्रेस्टन, वर्जीनिया से मंगा अनंतमूला और निशा शर्मा और रीतेश टंडन कैलिफोर्निया लड़े थे।
धनी भारतवंशी व्यापारी श्री थानेदार मिशिगन के लिए चुने गए-
बता दें कि आशा कालरा ऐसी भारतवंशी हैं, जिन्हें लगातार तीसरी बार कैलिफोर्निया प्रांत में चुना गया है। रवि सांदिल टेक्सास के डिस्टि्रक्ट कोर्ट जज के चुनाव में जीत गए हैं। करोड़पति भारतवंशी व्यापारी श्री थानेदार मिशिगन के लिए चुन लिए गए हैं। सारा गिडियोन और रिक मेहता मेने और न्यू जर्सी में सीनेट की रेस से बाहर हो गए। वहीं भारतीय-अमेरिकी डाक्टर हिरल तिपिरनैनी प्रतिनिधि सभा के लिए डेमोक्रेट प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हैं।
चार भारतवंशी डेमोक्रेट सांसद-
सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस से मिली जानकारी के अनुसार देश में बीस लाख से ज्यादा भारतीय-अमेरिकन ने वोट डाले है। इनमें से पांच लाख वोटर तो फ्लोरिडा, मिशिगन और पेंसिलवेनिया में ही थे। दरअसल चार भारतवंशी डेमोक्रेट सांसद एमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना और राजा कृष्णमूर्ति चारों सांसदों को तो प्रतिनिधि के लिए पहले ही चुने जाने की घोषणा हो चुकी है। इनमें तीन प्रत्याशी ऐसे हैं, जो अभी जीतने की स्थिति में हैं। नीरज अंतानी ओहियो में चुनाव जीत गए हैं। उत्तरी कैरोलिना में जय चौधरी को यहां की प्रांतीय विधायिका में दोबारा चुना गया है।