नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कश्मीर के गुलमर्ग में खेलो इंडिया विंटर गेम्स का वर्चुअल मोड से उद्घाटन किया। इसमें देश भर के विभिन्न राज्यों से 1200 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने उद्घाटन के बाद खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि खेल मात्र एक प्रतिस्पर्धा नहीं है बल्कि यह देश का मान-सम्मान और ओलंपिक्स के पोडियम तक पहुंचने का अवसर भी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन खेलों से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और खेलों का स्तर भी और ऊंचा होगा।
जम्मू कश्मीर में खेल को दिया बढ़ावा-
जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हुए मोदी ने कहा कि पिछले साल विंटर गेम्स में जम्मू-कश्मीर की टीम ने पहले की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन किया। अब देश भर के कई राज्य विंटर गेम्स की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। विंटर गेम्स का अनुभव भारत के गौरव को बढ़ाने के काम आएगा। गुलमर्ग में हो रहे ये खेल दिखाते हैं कि जम्मू-कश्मीर शांति और खुशहाल के लिए कितना तत्पर है। यह गेम्स जम्मू-कश्मीर में खेल गतिविधियों को और बढ़ावा देगा। जम्मू और कश्मीर में खेलों इंडिया के तहत दो सेंटर ऑफ एक्सिलेंस स्थापित हैं। ऐसे सेंटर देशभर में खोले जा रहे हैं।
विश्व भर में बनेगी पहचान-
इन खेलों से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। कोरोना के कारण जो दिक्कतें आई थी अब वे भी धीरे-धीरे कम हो रही है। मोदी ने कहा कि खेल हर किसी व्यक्ति की जीवनशैली को घटाता है। विश्व में कोई देश सिर्फ आर्थिक और सामरिक शक्ति से ही आगे नहीं बढ़ता है बल्कि कई ऐेसे क्षेत्र हैं जिनका अहम महत्व है। इनमें एक खेल भी है। खेल आज देश की शक्ति का परिचायक है। खेलों में भाग लेकर खिलाड़ी विश्व भर में अपनी पहचान बनाते हैं इसलिए इसे मात्र प्रतिस्पर्धा और मेडल लेने तक ही नहीं कहा जा सकता। इसका एक वैश्विक रूप है।