नई दिल्ली : जापान के उत्तरपूर्वी भाग के तटवर्ती क्षेत्रों में जोरदार भूकंप आया है। उसके झटके फुकुशिमा,मियागी और अन्य इलाकों में महसूस किये गये थे। वैसे सुनामी का कोई खतरा नहीं है। जापान के सरकारी प्रसारक एनएचके टीवी ने जानकारी दी है, कि रात को 7.1 तीव्रता का भूकंप आने के बाद फुकुशिमा डायची परमाणु संयंत्र की जांच की जा रही है। उस केंद्र में कोई समस्या तो नही हो रही है। दस साल पहले भयंकर भूकंप आने से परमाणु संयंत्र को बड़ा नुकसान हुआ था।
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भूकंप से कांपा जापान
सरकार द्वारा बताया गया कि ओनागावा या फुकुश डायनी जैसे क्षेत्रों के अन्य परमाण संयंत्रों से किसी गड़बड़ी की खबर नही मिली है। वहीं इस घटना में किसी का हताहत होने की खबर नही है। टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कोरपोरेशन ने बताया कि भूकंप के बाद 860,000 घरों में बिजली गुल हो गई थी। भूकंप से सुनामी का कोई खतरा नहीं है। भूकंप के कारण उत्तरपूर्वी जापान में कुछ ट्रेनों को रोक दिया गया था। जांच ऐजंसी नुकसान का पता लगा रही है। नुकसान में एक भवन की दीवार के कुछ टुकड़े गिर हुए थे। बताया जा रहा है भूकंप का केंद्र समुद्र तल से करीब 60 किलोमीटर की गहराई पर था। वहीं प्रधानमंत्री भूकंप की खबर सुनने के बाद अपने कार्यालय को देखने गए थे। जहां एक संकट सेंटर स्थापित किया गया था। बता दें कि भूकंप टोक्यो से लेकर दक्षिण पश्चिम तक महसूस किया गया था।
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उत्तर भारत में भी महसुस किये गये भूकंप के झटके
वहीं शुक्रवार को उत्तर भारत में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। ताजिकिस्तान में शुक्रवार रात शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके झटके दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत उत्तर भारत के अनेक हिस्सों में महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई। वहीं इससे पहले गुरुवार तड़के समुद्र के नीचे एक भूकंप आने के बाद दक्षिण प्रशांत द्वीपों में छोटी सुनामी लहरें आने का पता चला था।
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