नई दिल्ली : भारतीय हिंदी फिल्मों के गीतकार, पटकथा लेखक और कवि कलाकार जावेद अख्तर का आज 76वां जन्मदिन है. अपनी कलम के जादू से बॉलीवुड के कई महान गीतों को तराशने वाले जावेद अख्तर की गीतों में एक ऐसा जादू है जिससे लोग खुद को जोड़ कर देख पाते हैं.

गजलों और गीतों को एक नया और आसान रूप देने में जावेद साहब का हाथ रहा है. जावेद साहब ने कई सुपरहिट फिल्मों की कहानी भी लिखी है, इस महान लेखक और गीतकार को आज हम तहे दिल से जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हैं.

जावेद अख्तर का जन्म ग्वालियर में 17 जनवरी 1945 को हुआ. उनके पिता जान निसार अख्तर कवि और माता सफिया अख्तर उर्दू लेखिका और शिक्षिका थीं. वहां उनका पूरा समय उनके दोस्तों के साथ बीतने लगा. जावेद साहब ने यही अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी की और जिंदगी के नए सबक सीखे. जावेद अख्तर की पहली पत्नी से उन्हें दो बच्चे फरहान अख्तर और जोया अख्तर हुए. उनकी दूसरी पत्नी हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री शबाना आजमी हैं.

सलीम-जावेद की जोड़ी ने मिलकर हिंदी सिनेमा की सुपरहिट फिल्मों की कहानी लिखी. इस जोड़ी ने 1971-1982 तक फिल्मों में एक साथ काम किया, जिसमें सीता और गीता, शोले, हाथी मेरे साथी, यादों की बारात, दीवार जैसी फिल्में हैं. इन 24 फिल्मों में से 20 फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई.

उन्हें उनके गीतों के लिए आठ बार फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया. साल 1999 में साहित्य के जगत में जावेद अख्तर के योगदान को देखते हुए उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया. साल 2007 में जावेद अख्तर को पद्मभूषण सम्मान दिया गया.