एसपी का कहना है कि थाने के शौचालय में लगे ढाई फीट ऊंचे नल से लटककर अल्ताफ ने फांसी लगा ली। अल्ताफ ने अपने जैकेट की डोरी से ही फांसी लगाई।
जनतंत्र डेस्क Kasganj: उत्तर प्रदेश के कासगंज में पुलिस हिरासत में युवक की मौत मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अल्ताफ की मौत पर पुलिस जो थ्योरी दे रही है वह सवालों के घेरे में हैं। अल्ताफ की मौत कैसे हुई इसके जवाब में पुलिस का बयान गले से नीचे नहीं उतर रहा। पुलिस अल्ताफ के आत्महत्या करने की बात कह रही है, लेकिन अल्ताफ का परिवार मानने को तैयार नहीं है। परिवार का कहना है कि अल्ताफ का कत्ल किया गया है।
अल्ताफ की मौत पर कासगंज के पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे ने जो थ्योरी बताई है उसे सुनकर हर कोई सोचने पर मजबूर हो जाएगा, कि ऐसा भी संभव है? एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे का कहना है कि कासगंज थाने के शौचालय में लगे करीब ढाई फीट ऊंचे नल से लटककर साढ़े पांच फीट लंबे अल्ताफ ने फांसी लगा ली। अल्ताफ ने अपने जैकेट की डोरी से ही फांसी लगाई और उसकी अस्पताल ले जाने के बाद मौत हुई। पुलिस के इस दावे पर इस बात का जवाब नहीं मिल पा रहा है कि साढ़े 5 फीट का अल्ताफ ढाई फीट के पाइप से लटककर कैसे फांसी लगा सकता है?
मौत के बाद अल्ताफ के पिता से लगवाया अंगूठा
वहीं, अल्ताफ की मौत होने के बाद पुलिस ने एक कागज पर अल्ताफ के पिता का अंगूठा लगवाया था। कागज में क्या लिखा था, ये अल्ताफ के पिता चांद मियां को भी नहीं पता। कागज में कासगंज पुलिस की कार्रवाई पर संतोष जताया गया है।
क्या है पूरा मामला
22 साल का अल्ताफ टाइलें लगाने का काम करता था। ऐसे ही उसने जिस घर में टाइलें लगाई थी, उस घर की एक नाबालिग लड़की के अगवा होने की शिकायत लड़की के परिवारवालों ने कासगंज कोतवाली में दर्ज कराई थी। घरवालों को शक था कि अल्ताफ ने लड़की को भगाया है। 8 नवंबर को पूछताछ के नाम पर पुलिस अल्ताफ को पकड़कर थाने लाई। इस दौरान लड़की के पिता और भाई भी मौजूद थे। 9 नवंबर को अल्ताफ की मौत की खबर आई।
अल्ताफ की मौत मामले में पुलिस की कार्रवाई पर ढेरों सवाल उठ रहे हैं। इन सवालों और पुलिस के अजीब से जवाबों के बाद अल्ताफ की मौत एक पहेली बन गई है। मामले में अब तक पांच पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया है। इस मामले की विभागीय जांच ASP को सौंपी गई है और मजिस्ट्रेट इसकी जांच करेंगे।