कासगंज : शास्त्रों में गोहत्या को पाप माना गया है। साथ ही इसका प्रायश्चित करने का उपाय भी बताया है। आधुनिक युग में इन बातों को मानने वाला व्यक्ति शायद ही कोई मिले। लेकिन जिले के एक गांव में गो हत्या के पाप से मुक्ति के लिए एक व्यक्ति शास्त्रों में बताए उपाय कर प्रायश्चित कर रहा है। वह सनातम धर्म की मान्यता के अनुसार पांच गांव में भीख मांगेगा। उसके बाद अन्य कर्म करेगा। उसके बाद ही अपने घर में प्रवेश करेगा।
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गलती से हुई गाय की हत्या
बताया जाता है कि बीती 16 मार्च को सिढ़पुरा के गांव केसरी निवासी राजेंद्र राठौर ने गांव के बाहर सांड़ को भगाने के लिए डंडा फेंककर मारा जो समीप में खड़ी गाय के लग गया। कुछ देर बात गाय की मौत हो गई। इसके बाद राजेंद्र गो हत्या के पाप को लेकर मन ही मन द्रवित हो गया। गांव वालों ने भी सनातन धर्म के अनुसार उससे प्रायश्चित करने को कहा। उसी दिन से वह गांव के बाहर एक बाग मे झोपड़ी बनाकर और अपने मुंह को कपड़े से ढककर रह रहा है।
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पांच गाँव में मागेगा माफ़ी
मान्यता है कि जिस व्यक्ति पर गो हत्या का पाप लगता है, वह किसी को तब तक मुंह दिखाता, जब तक वह पाप से मुक्ति नहीं पा लेता। इसके लिए शास्त्रों में कुछ उपाय भी बताए गए हैं। अब राजेंद्र गोहत्या के पाप से मुक्ति के लिए पांच गांव में भीख मांगेगा। इसके बाद मथुरा में यमुना नदी में स्नान करेगा। फिर गाय की त्रयोदशी संस्कार और अन्य विधान करने के बाद ही वह अपने घर में प्रवेश करेगा।