नई दिल्ली: Lakhimpur Violence: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई। बता दें कि मरने वालों में 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता, 1 बीजेपी नेता का ड्राइवर और एक पत्रकार भी शामिल है। इस बीच लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है और पता चला है कि हिंसा को अंजाम देने के लिए एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया गया था। जी हाँ, हिंसा से पहले इसी व्हाट्सऐप ग्रुप के ज़रिए ये पूरी साजिश रची गई थी।
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Lakhimpur Violence: ग्रुप के ज़रिए शेयर किया गया था ये मैसेज
जानकारी मिली है कि लखीमपुर खीरी हिंसा से पहले ‘ललकार किसान’ नाम का एक ग्रुप बनाया गया था और इसी गुप से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के वीडियो शेयर किए गए थे। इसके साथ ही इस व्हाट्सऐप ग्रुप में ये भी लिखा गया था कि ‘इससे बदला लेना है।’ सूत्रों के मुताबिक, ‘ललकार किसान’ ग्रुप को खालिस्तान टास्क फोर्स के एक पूर्व सदस्य ने बनाया था। बता दें कि अब पुलिस इस व्हाट्सऐप ग्रुप के एडमिन की तलाश कर रही है, जिसके ज़रिए लखीमपुर खीरी हिंसा से पहले मैसेज फॉरवर्ड किए गए थे।
Lakhimpur Violence: योगी सरकार ने दिया कड़ी कार्रवाई का भरोसा
इसके अलावा मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने ये ऐलान किया है कि हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज से जाँच कराई जाएगी। लेकिन इस बीच हिंसा को लेकर सियासत अभी भी जारी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है। बता दें कि हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार को 45-45 लाख रुपये और घायलों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।