जनतंत्र डेस्क Varanasi: मां अन्नपूर्णा की दुर्लभ मूर्ति 108 साल के लंबे इंतजार के बाद काशी विश्वनाथ धाम पहुंची। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रतिमा यात्रा की अगवानी की। इस मौके पर पूरा मंदिर परिसर मां के जयकारे और हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठा। मंगला आरती के साथ मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा को स्थापित किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भव्य स्वागत के बाद प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान कार्यक्रमों को आरंभ किया। काशी विश्वनाथ मंदिर का अर्चक दल ने संपूर्ण प्रक्रिया को विधि विधान के साथ पूर्ण कराया। मूर्ति स्थापना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महादेव के दरबार में हाजिरी लगाई। जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर बाबा से आशीर्वाद मांगा। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित किया।
भारत का प्राचीन वैभव लौट रहा- सीएम
लोगों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास से एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना मूर्त रूप ले रही है। इसी का प्रत्यक्ष उदाहरण है कि 108 साल पहले चोरी हुई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा काशी वापस आकर फिर से प्राण प्रतिष्ठित हुई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का प्राचीन गौरव लौट रहा है।
कन्वेंशन सेंटर में बांटा गया प्रसाद
मूर्ति स्थापना के बाद रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में प्रसाद वितरण किया गया। जहां धर्म गुरुओं और मुख्यमंत्री का संबोधन हुआ। वहीं, दिल्ली से 11 नवंबर को रवाना होने के बाद मां की प्रतिमा अलीगढ़, लखनऊ, अयोध्या, जौनपुर समेत यूपी के 18 जिलों से गुजरी। दिल्ली से काशी आई माता की प्रतिमा का सोमवार को नगर भ्रमण के दौरान जगह-जगह स्वागत किया। जगह-जगह पुष्प वर्षा, डमरू दल, घंटा घड़ियाल बजाकर माता की रास्ते भर आरती उतारी गई।