नई दिल्लीः Maharashtra: देशभर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले महाराष्ट्र से आ रहे हैं। इसी के कारण महाराष्ट्र की सरकार ने कुछ जिलों में लॉकडाउन लगा दी थी। लोगों को घरों से बाहर निकलने की बिलकुल भी इजाजत नहीं दी थी। इसके बावजूद लोग गाइडलाइंस(Corona Guidelines) का पालन नहीं कर रहे हैं। महाराष्ट्र के नांदेड़(Nanded Lockdown) जिले में होली के मौके पर लॉकडाउन की सारी धज्जियां उड़ाई गईं।
यहां हजारों लोग सोमवार को गुरुद्वारे के पास लगी बैरीकेडिंग तोड़कर सड़क पर आ गए। इस दौरान गेट के पास तैनात 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए। कोरोना की पाबंदियों के कारण प्रशासन ने होला मोहल्ला(Hola Mohalla) की इजाजत नहीं दी थी, लेकिन इसके बावजूद लोग सड़कों पर उतर आए।
Maharashtra: हल्ला बोल मोर्चा निकालना चाहते थे
एसपी विनोद शिवाडे ने बताया कि नांदेड़ जिले में कोरोना के मामले बढ़ने की वजह से प्रशासन ने लोगों के एक जगह जुटने पर पाबंदी लगा रखी है। इसके बावजूद सिख समाज के लोग हल्ला बोल मोर्चा निकालना चाहते थे। हालांकि, गुरुद्वारा प्रबंधन को परिसर के अंदर कार्यक्रम करने की इजाजत दी गई थी। लेकिन हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने गुरुद्वारा के पास लगी बैरीकेडिंग को तोड़ दिया। पुलिसकर्मी हजारों की भीड़ और तलवार से लैस लोगों के आगे बेबस नजर आए। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी हमला किया। पुलिस की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया और इस दौरान 4 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
300 से 400 युवाओं ने बैरीकेडिंग तोड़ दिया
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुद्वारा कमेटी को इसकी सूचना दी गई थी और उनका कहना था कि वो गुरुद्वारे के अंदर इसका आयोजन करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कमेटी ने कहा था कि वे इसका आयोजन गुरुद्वारा परिसर के अंदर स्वयं कर लेंगे। लेकिन 4 बजे के करीब गेट के पास निशान साहिब लाया गया। वे पुलिसकर्मियों के साथ बहस करने लगे. 300 से 400 के करीब युवाओं ने बैरीकेडिंग तोड़ दिया और बाहर प्रदर्शन करने लगे।
कांस्टेबल की हालत गंभीर
बताया जा रहा है कि चार में से एक कांस्टेबल की हालत गंभीर है और पुलिस की छह गाड़ियों को भीड़ ने नुकसान पहुंचाया है। पुलिस कोरोना पाबंदियों को तोड़ने, पुलिसकर्मियों पर हमला करने के आरोप में लगभग 200 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने जा रहा है। साथ ही हिंसा में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने की भी तैयारी हो रही है।