Maharashtra : फडणवीस और अजित की जुगलबंदी पर बड़ा खुलासा
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र की सियासत (Maharashtra politics) में शनिवार को ऐसा उलटफेर हुआ जिसकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की थी। बीजेपी (BJP) ने एनसीपी (NCP) के बागी नेता अजित पवार (Ajit Pawar) के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली है। देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने शनिवार की सुबह दोबारा राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। वहीं एनसीपी नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली, जिसकी वजह से पूरे महाराष्ट्र की राजनीति में घमासान मचा हुआ है, साथ ही आरोप प्रत्यारोप भी जारी है। बता दें कि अजित पवार ने 17 नवंबर को शरद के घर पर हुई एनसीपी की बैठक में संकेत दिया था कि एनसीपी को शिवसेना (Shivsena) और कांग्रेस (Congress) के साथ नहीं बल्कि भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनानी चाहिए। दरअसल इस बैठक के दौरान दिए गए प्रस्ताव को सभी ने खारिज कर दिया था, क्योंकि एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस की बातचीत आखिरी चरण में पहुंच चुकि थी।
Maharashtra Politics : अजित के दिए गए सुझाव को कोई समझ नही पाया
एनसाीपी बैठक के दौरान अजित के दिए गए सुझाव को कोई समझ नहीं पाया। उस वक्त शरद पवार समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। वहीं एक हफ्ते बाद मुबंई में अजित पवार ने अपनी पार्टी एनसीपी के साथ बगावत करके हैरान कर दिया है । अजित के मन में चल रही बातों और संकेतों को समझने में एनसीपी नाकाम रही। हालांकि शरद पवार के आवास पर हुई एक बैठक में धनंजय मुंडे (Dhananjay Munde) और सुनील तटकरे (Sunil Tatkare) ने अजित जैसी राय दी थी लेकिन शरद पवार (Sharad Pawar) सभी प्रस्तावों को नामंजूर कर दिया था।
Maharashtra Politics : कई दिनों से थे एक दुसरे के संपर्क में फडणवीस और अजित
मिली जानकारी के मुताबिक अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस की पहली बार10 नंवबर को बात हुई थी। उस दिन के बाद से दोनों नेता एक- दूसरे के संपर्क में थे। दोनों के बीच हो रही बातचीत को लेकर किसी को भनक तक नहीं पड़ी। हालांकि अजित पवार के सबसे करीबी धनंजय मुंडे और सुनील तटकरे को इस बात की पूरी जानकारी थी, क्योंकि यह दोनों सबसे करीबी माने जाते है।