लॉकडाउन के चलते देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रवासी मजदूर और छात्र फंस गए थे. जिन्हें अब जा कर राज्य सरकारें घर बुला रही हैं. शनिवार शाम को रेलवे ने 10 ट्रेनें चलाई जिसमें देशभर में फंसे मजदूरों को अपने-अपने घर पहुँचाया गया. एक ट्रेन करीब 800 मजदूरों को लेकर नासिक से लखनऊ पहुंची, तो दूसरी ट्रेन भिवंडी से करीब 1200 मजदूरों को लेकर गोरखपुर पहुंची. इसी तरह जयपुर में फंसे करीब 1100 बिहारी मजदूरों को लेकर घर पहुंची ट्रेन. बता दें कि 8 राज्यों के करीब 10 हज़ार मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे द्वारा 10 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई.
चलाई गई 10 स्पेशल ट्रेनें-
भारत में मज़दूर वर्ग के लोग बेहतर रोज़ी-रोटी के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते रहते हैं. कोरोना वायरस के चलते हुए देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे ऐसे ही प्रवासी मज़दूरों को राज्य सरकारों ने घर बुलाना शुरू कर दिया है. कर्नाटक, तेलंगाना, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार के मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए इन स्पेशल ट्रेनों का इंतज़ाम किया गया था. इन मजदूरों की संख्या करीब 10 हज़ार है.
2 हज़ार मज़दूरों को लेकर यूपी पहुंची ट्रेन-
उत्तर प्रदेश सकरार लगातार अपने प्रदेशवासियों को घर बुलाने के लिए ऐड़ी चोटी का ज़ोर लगा रही है. ऐसे में शनिवार को महाराष्ट्र के 2 जिलों से उत्तर प्रदेश के प्रवासी मज़दूरों को लिए रवाना हुई स्पेशल ट्रेनों में करीब 2 हज़ार मज़दूर मौजूद थे. नासिक जिले से लखनऊ के रवाना हुई ट्रेन में करीब 800 लोगो मौजूद है. जबकि भिवंडी से गोरखपुर के लिए रवाना हुई ट्रैन में 1200 लोग मौजूद हैं.
सोशल डिस्टेनसिंग का रखा गया ख़ास ख्याल-
प्रवासी मज़दूरों को घर भेजने की इस प्रक्रिया में सोशल डिस्टेनसिंग का ख़ास ख्याल रखा गया. इस बात को ध्यान में रख कर सीटिंग प्लान बनाया गया जिससे सभी के बीच में दूरी बनी रहे. इन सभी मज़दूरों को रेलवे स्टेशन तक भी सोशल डिस्टेनसिंग की मदद से ही लाया गया, जहां बाद में इनकी स्क्रीनिंग भी की गई.