नई दिल्ली। पिछले साल आई महामारी कोरोना ने दुनियाभर में लोगों को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा था, ऐसे में जापान में अजीबोगरीब खबर सामने आ रही है। कोरोना ने हर किसी के जीवन को प्रभावित किया है करोड़ों लोगों की जान गईं, लोग बेरोजगार हुए, डिप्रेशन के शिकार हुए. लोगों को बहुत तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
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जापान में अकेलेपन की बढ़ती संख्या
कोरोना काल में जापान में आत्महत्या करने वालों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ। ऐसे में आत्महत्या के बढ़ते मामलों को देखते हुए जापान सरकार ने एक अहम कदम उठाया। सरकार ने इसके लिए मिनिस्टर ऑफ लोन्लीनेस यानी अकेलेपन को दूर करने के लिए एक मंत्री को नियुक्त किया है। इसके लिए बाकायदा मंत्रालय भी बनाया गया है। द जापान टाइम्स के मुताबिक, कोरोना महामारी के दौरान यानी साल 2020 के दौरान जापान में अकेलेपन की वजह से बड़ी संख्या में आत्महत्या के केस सामने आए। आत्महत्या का आंकड़ा करीब 11 साल बाद इस स्तर तक बढ़ा कि जापान सरकार को एक मंत्रालय बनाने का फैसला करना पड़ा। यह मंत्रालय अकेलेपन को दूर करने के लिए प्रयास करेगा।
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Minister of Loneliness
बताया जा रहा है कि ब्रिटेन की तरह ही जापान के पीएम योशिहिदे सुगा ने अपने मंत्रालय में Minister of Loneliness का पद जोड़ा है। इसकी शुरुआत इसी महीने से हुई है। साल 2018 में ब्रिटेन ने भी कुछ इसी तरह का पद बनाकर उसमें नियुक्ति की थी। जापानी पीएम के पास देश की गिरती जन्म दर पर काम करने और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्थाओं को पुनर्जीवित करने का प्रभार पहले से ही है। वहीं जापानी सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान बढ़े आत्महत्या के मामलों के लिए एक कार्यालय भी बनाया. गौरतलब है कि जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, जापान में 426000 से अधिक कोविड केस दर्ज हुए. इसमें 7 हजार से ज्यादा लोगों की मौतें हुई. इसी दौर में देश में आत्महत्या के मामले बढ़े।