ASSOCHAM की बैठक में बोले पीएम मोदी ,विरासत में मिली तबाह Economy
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उद्योग मंडल एसोचैम (Industry Board Assocham) कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया संबोधित करते हुए भारत की इकोनॉमी (Economy) को लेकर एक बड़ा बयान दिया कहा जब देश में भाजपा सरकार आई तो विरासत में तबाह इकनॉमी मिली और 2014 में भारत की इकोनॉमी बुरे दौर में चल रही थी। उसे संभालने वाले सिर्फ तमाशा देख रहे थे।
कांग्रेस की सरकार में जीडीपी काफी निचले स्तर पर थी
पीएम मोदी ने कहा जब कांग्रेस की सरकार थी तब जीडीपी काफी निचले स्तर पर थी, लेकिन अब भाजपा सरकार के शासनकाल में काफी तेजी से जीडीपी GDP में सुधार आया है। वहीं केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का भी जिक्र करते हुए कहा 13 बैंक वापस मुनाफे में आ चुके हैं, और हमने बैंकों का एकीकरण भी तेज किया और 6 बैंक को पीसीए के दायरे से बाहर निकाल चुके हैं। बैंक अब अपना देशव्यापी नेटवर्क बढ़ा रहे हैं।
पिछली सरकार ने लेबर वर्ग लिए अहम कदम नहीं उठाया
प्रधानमंत्री ने कहा कि मजदूरों को लेकर बदलाव की बातें काफी सालों से की जा रही है देश में लेकिन पिछली सरकार ने लेबर वर्ग हित के लिए अब तक कोई अहम कदम नहीं उठाया गया, उनका सिर्फ यह कहना है कि उनको अपने हाल पर छोड़ दो जैसा चल रहा है चलने दो , लेकिन हमारी सरकार ऐसा नहीं सोचती।
Industry Board Assochamकार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया
मोदी ने आज उद्योग मंडल एसोचैम (industry Board Assocham) कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया के उन TOP 10 देशों में शामिल है, जिसने इज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में पिछले 3 सालों में लगातार सबसे अच्छा सुधार किया है। क्या उद्योग जगत नहीं चाहता था कि देश में टैक्स का जाल कम हो। हर राज्य में अलग-अलग दरों की परेशानी से उसे मुक्ति मिले।
अर्थव्यवस्था के ज्यादातर आयामों को Formal व्यवस्था में लाने का प्रयास किया
पीएम ने कहा कि हम जीएसटी लाए और व्यापार जगत से जो भी फीडबैक मिला, हम जीएसटी में आवश्यक चीजें जोड़ते रहे। उसमें जरूरी परिवर्तन करते रहे। हमने अर्थव्यवस्था (Economy) के ज्यादातर आयामों को (Formal) व्यवस्था में लाने का प्रयास किया है। इसके साथ ही हम अर्थव्यवस्था (Economy) को आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए (Modernize और Speed-Up) करने की दिशा में भी आगे बढ़े हैं 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था (Economy) का लक्ष्य जब मैंने सार्वजनिक रूप से कहा तो मुझे पता था कि सुगबुगाहट शुरु हो जाएगी, ऐसा भी कहा जाएगा कि भारत ऐसा नहीं कर सकता है। लेकिन आजकल अर्थव्यवस्था को गति देने वाले सभी समूह 5 ट्रिलियन डॉलर (5 trillion dollars) अर्थव्यवस्था को लेकर चर्चा तो करते हैं।