जनतंत्र डेस्क Mumbai: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को लेकर कई नए खुलासे सामने आ रहे है। हाल ही में समीर की पहली शादी करवाने का दावा करने वाले काजी का हैरान कर देने वाला बयान सामने आया है। जिसमें उन्होनें बताया कि समीर वानखेड़े ने साल 2006 में अपनी पहली पत्नी के साथ निकाह पढ़ा था।
Mumbai: मामले पर काजी का बयान
समीर वानखेड़े को घेरने वाले नवाब मलिक ने एक निकाहनामा ट्विटर पर शेयर किया जिसके बाद से मामले पर चर्चा तेज हो गई है। काजी मुजम्मिल अहमद ने बयान जारी कर निकाहनामा को सही ठहराया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक काजी ने कहा ‘मैनें ही निकाह पढ़ाया था और निकाहनामा बिल्कुल सही है, निकाह के वक्त समीर, उनकी कथित पहली पत्नी शबाना मुसलमान थी। वहीं बयान को आगे बढ़ाते हुए काजी बोले अगर समीर हिंदु होते तो निकाह नहीं होता, क्योंकि शरियत इसकी इजाजत नहीं देता और काजी शरियत के खिलाफ जाकर निकाह नहीं पढ़ाता है। आज समीर चाहे कुछ भी कहें, उस वक्त वह मुसलमान थे।‘
Mumbai: कैसा था समीर वानखेड़े का पहला निकाह
काजी के मुताबिक समीर की शादी साल 2006 में बड़ी सी जगह पर आयोजित हुई थी। जिसमें करीब 2 हजार लोगों ने शिरकत की थी जिसमें कई बड़े चेहरे शामिल थे। जिसमें निकाह 15 मिनट के अंदर पढ़वा दिया गया था. वहीं काजी ने दावा किया गया कि समीर वानखेड़े का निकाह पूरी तरह से इस्लामी तौर-तरीके से हुआ था।
काजी के सामने आने से समीर वानखेड़े मामले में एक अलग मोड़ आ गया है। वहीं काजी का बयान नवाब मलिक के उस ट्वीट के बाद आया है जिसमें उन्होंने समीर की पहली शादी का खुलासा करते हुए मेहर की रकम से लेकर निकाहनामा तक जनता के सामने ला कर रख दिया है।