नई दिल्ली : देश में कोरोना संक्रमण का मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है ऐसे में अब 17 मई को लॉकडाउन 3.0 खत्म होने वाला है सरकार देशहित में अब आगे क्या फैसला लेगी अभी इस पर कह पाना मुश्किल है और वहीं बीते सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के सभी मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस कर सुझाव मांगे थे कि लॉकडाउन पर आप सभी का क्या विचार है।
वहीं सभी मंत्रियों ने अपनी अपनी राय रख और विचार विमर्श किया साथ ही आज केंद्र सरकार ने देश के कोने कोने में फंसे लोगों के लिए 15 स्पेशल ट्रेन चलाई जिससे लोग इस मुसिबत की घड़ी में अपने परिवार के बीच रह सकें तो वहीं कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इसका विरोध किया।
बता दें इन राज्यों के मुख्यमंत्री ट्रेन सेवाओं का विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि अगर राज्य में ट्रेनों की आवाजाही अगर शुरू की गई तो राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ेंगे और मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी ने प्रधानमंत्री से आग्रह कर कहा 31 मई से पहले ट्रेन सेवाओं को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस यानि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा हैं कि लॉकडाउन का सख्ताई से पालन करवाना चाहिए साथ ही वह अपने राज्य में ट्रेनों की आवाजाही पर रोक लगा कर रखेंगी जब तक यह महामारी कम न हो।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से अनुरोध करते हुए कहा है कि इस महीने की आखिरी तारीख तक लॉकडाउन का राज्य में होना आवश्यक है।
वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा हैं वह इस संकट की घड़ी में हर तरफ से केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग की और लोगों को घरों से बाहर निकलने पर उनके लिए नई रणनीति बनाई जाए जिससे लोग सुरक्षित रहें और अपने काम काज को भी कर सकें।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि निषिद्ध क्षेत्रों को छोड़कर राष्ट्रीय राजधानी में आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी जानी चाहिए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपात सेवाओं के कर्मचारियों के लिए मुंबई में लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू की जाएं क्योंकि आने वाले महीने खतरनाक साबित हो सकते हैं लॉकडाउन को भी बढ़ाया जाना चाहिए।