नई दिल्लीः प्रदेश के साथ ही देश से लेकर विदेश तक में अपनी अलग पहचान बनाने वाले नोएडा के नाम का प्रयोग अब दादरी-नोएडा-गाज़ियाबाद इन्वेंटमेंट रीजन में निवेश के लिए किया जायेगा. वैसे तो ये रीजन नोएडा से काफी दूर है. लेकिन गौतमबुद्ध नगर की पहचान बन चुके नोएडा के नाम को एकबार फिर से निवेश के लिए सुर्ख़ियों में लाये जाने की तैयारी की जा रही है।

अब बसेगा नया नोएडा-
पूर्व में भी प्राधिकरण यह प्रयोग कर चूक है. नोएडा व गाज़ियाबाद से सटे ग्रेटर नोएडा छेत्र में नोएडा एक्सटेंशन के नाम पर जमीन बेच कर बिल्डर परियोजनाएं साबित की गयी. बिल्डरों ने नोएडा एक्सटेंशन के नाम पर ही फ्लैट बेचे. इसी तरह से अब डीएनजीआइआर को नया नोएडा के नाम से पहचान देकर निवेश की रफ़्तार को बढ़ने की तैयारी है।
नोएडा की बनी अलग पहचान-
प्रदेश में सबसे अधिक बजट वाला प्राधिकरण होने के साथ सबसे अधिक विकास परियोजना को पूरा कर नोएडा ने अपनी अलग पहचान बनायीं है. बहुराष्ट्रीय कंपनियों के नोएडा में निवेश करने के साथ सैकड़ों की संख्या में बिल्डरों के प्रोजेक्ट होने के कारण यहाँ निवेश की तमाम संभावनाएं है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट-
वही जेवर में बनने वाले एयरपोर्ट को भी नोएडा के नाम से जोड़कर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप से पहचान दी जा रही है. ऐसे में डीएनजीआइआर के रूप में बसाये जाने वाले शहर को पहले ग्रेटर नोएडा फेस 2 का नाम दिया गया था ,लेकिन नोएडा प्रधिकरण द्वारा इसे विकसित किये जाने के प्रस्ताव के चलते इसे नया नोएडा नाम दिया जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है की निवेशकों को जितना भरोसा प्रदेश में किसी अन्य जगह नहीं है ,उससे अधिक भरोस नोएडा में है।