जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: हर नया साल कई उम्मीदें लेकर आता है। पुराने दिनों के अच्छे बुरे पलों को छोड़ इस नए दिन को हर कोई खास बनाना चाहता है ताकि ये नया साल सभी के लिए खुशियां लेकर आए। देश के मंदिरों में भी साल 2022 की पहली सुबह पूजा अर्चना कर वैश्विक महामारी कोरोना के खत्म होने और सौहार्द की कामना की गई।
वाराणसी के अस्सी घाट की गंगा आरती हो या उज्जैन के महाकालेश्वर की भस्म आरती…देश के धार्मिक स्थलों में नववर्ष का पहली सुबह आस्था का सैलाब उमड़ा।
अस्सी घाट की गंगा आरती
शिव की नगर काशी में नए साल की सुबह शुरू हुई प्रसिद्ध गंगा आरती के साथ। जहां मंत्रोच्चार और पांरपरिक तरीके से मां गंगे की पूजा की गई। इस भक्तिमय नजारे को देखने नई सुबह श्रद्धालु गंगा घाट पहुंचे।
जगन्नाथ पुरी मंदिर
क्या हुआ जो मंदिर के कपाट बंद हो गए। आस्था तो दिलों में बसती है तुम हर कहीं हो। कुछ ऐसा ही नजारा था जगन्नाथ मंदिर के बाहर का..ओडिशा के जगन्नाथ पुरी मंदिर में नए साल की पहली सुबह मंदिर के बाहर भक्तों का तांता लगा रहा। भक्तों ने बाहर से ही जगन्नाथ भगवान की पूजा-अर्चना की। दरअसल, कोविड प्रोटोकॉल के कारण पुरी का जगन्नाथ मंदिर भक्तों के लिए बंद है ऐसे में लोगों ने मंदिर के बाहर ही पूजा की। जगन्नाथ पुरी मंदिर को 3 जनवरी से खोला जाएगा।
महाकालेश्वर की भस्म आरती
मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में महादेव की भस्म आरती के साथ ने साल की पहली सुबह शुरू हुई।
अमृतसर: गोल्डन टैंपल की नई सुबह
नए साल के मौके पर अमृतसर स्वर्ण मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
साईं मंदिर: लोधी रोड दिल्ली
नए साल के मौके पर लोग लोधी रोड के साईं बाबा मंदिर में दर्शन करने पहुंचे।
महाराष्ट्र: सिद्धिविनायक मंदिर
नए साल के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन करने पहुंचे।