नई दिल्ली: कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 70 से ज्यादा दिनों से किसानों का प्रदर्शन जारी है.केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसान संगठनों ने तीन घंटे के चक्का जाम का एलान किया है, इस चक्का जाम को कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने अपना समर्थन दिया है. हालांकि चक्का जाम का असर दिल्ली-एनसीआर में नहीं होगा. प्रदर्शनकारी किसान संगठनों ने कहा है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में शनिवार को चक्का जाम नहीं होगा। ये भी पढ़ें –दुबई की ये अनोखी कंपनी जहां कर्मचारियों को नहीं उनकी पत्नी को मिलेगी सैलरी, जानें
मोर्चे ने शनिवार को 12 से दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम करने की घोषणा की है। वहीं किसी अनहोनी से बचने के लिए प्रशासन भी तैयारी में जुटा हुआ है। शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जो लोग यहां नहीं आ पाए वो अपने-अपने जगहों पर चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। ये जाम दिल्ली में नहीं होगा। ये भी पढ़ें –राजस्थान: महापंचायत का आयोजन आज, कांग्रेस नेता सचिन पायलट होंगे शामिल
तीन घंटे तक चलेगा चक्का जाम
किसानों ने कहा कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में शनिवार को चक्का जाम नहीं होगा। किसान देश के अन्य हिस्सों में शांतिपूर्ण तरीके से तीन घंटे के लिए राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गों को बाधित करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि शनिवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा, लेकिन इन दोनों राज्यों के किसानों को किसी भी समय दिल्ली बुलाया जा सकता है। सबसे बड़ा अखाड़ा’ भारत विरोधी ताकतों का पर्दाफाश, क्या साजिश से अनजान है धरने पर बैठे किसान
पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्से के हजारों किसान दिल्ली की तीन सीमाओं सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर 70 से अधिक दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्रीय कृषि कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की मांग कर रहे हैं। ये भी पढ़ें – पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोत्तरी