जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: दुनिया के नंबर 1 टेनिस प्लेयर नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार के खिलाफ बड़ी लड़ाई जीत ली है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने नोवाक जोकोविच का विजा रद्द कर दिया था। सरकार के इस फैसले को जोकोविच ने अदालत में चुनौती दी और बड़ी जीत दर्ज की।
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अदालत ने जोकोविच के समर्थन में फैसला सुनाते हुए कहा, अभी नोवाक जोकोविच का वीजा रद्द किया गया है जो कि गलत है। इसके अलावा उन्हें क्वॉरंटीन वाले होटल में बंद रखना भी गलत है। उन्हें तुरंत वहां से यानि प्रवासन केंद्र से छोड़ा जाए।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 13 जनवरी से ऑस्ट्रेलियन ओपन की शुरूआत हो रही है। जोकोविच इसी मुकाबले में खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे। ऑस्ट्रेलियन ओपन के मेन ड्रॉ में खेलने के लिए सभी खिलाड़ियों, प्रबंधक, और स्टाफ डबल वैक्सीनेटेड होना जरूरी है। खेल के इसी नियम को देखते हुए नोवाक जोकोविच ने इस मुकाबले से अपना नाम वापस ले लिया था। क्योंकी नोवाक सार्वजनिक नहीं कपना चाहते थे कि उन्होंने वैक्सीन ली है या नहीं और अगर ली है तो कौनसी।
हालांकि नोवाक जोकोविच के इस फैसले से आयोजकों को झटका लगा। दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी का ऑस्ट्रेलियन ओपन में ना खेलना उन्हें नागवार गुजरा। जिसके बाद उन्हें इस नियम में खास छूट दी गई। जिसके बाद वे ऑस्ट्रेलिया पहुंचे। लेकिन ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने वैक्सीन ना लगी होने के कारण उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक दिया और उनका वीजा रद्द कर दिया। जोकोविच को एयरपोर्ट से सीधे क्वॉरंटीन सेंटर भेज दिया गया और वापस अपने देश जाने को कहा।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार के वीजा रद्द करने के फैसले को नोवाक जोकोविच ने अदालत में चुनौती दी और बड़ी जीत हासिल की। हालांकि जोकोविच ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलेंगे या नहीं इस पर संशय बना हुआ है। क्योंकी ऑस्ट्रेलिया के एक मंत्री का कहना है नोवाक जोकोविच देश में रूकेंगे या नहीं इसका फैसला सरकार करेगी। सरकार के पास अभी भी जोकोविच को अपने देश भेजने का अधिकार है।