जनतंत्र डेस्क, उदयपुर: भारत में ओमिक्रॉन से मौत का पहला मामला सामने आया है। राजस्थान में एक ओमिक्रॉन संक्रमित की मौत हो गई। उदयपुर में 75 साल के ओमिक्रॉन पॉजिटिव बुजुर्ग की जान चली गई। ओमिक्रॉन संक्रमित शख्स कई दिनों से बीमार चल रहा था। जो कोरोना जांच में निगेटिव आया था लेकिन जीनोम सीक्वेंसिंग में वह ओमिक्रॉन पॉजिटिव निकला।
जानकारी के मुताबिक, ओमिक्रॉन संक्रमित बुजुर्ग का इलाज उदयपुर के महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में चल रहा था। 15 दिसंबर को बुजुर्ग की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी तब उन्हें अस्पताल लाया गया था। 15 दिसंबर को कोरोना जांच में बुजुर्ग की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उनकी रिपोर्ट जीनोम सीक्वेंसिग के लिए पूणे भेजी गई जहां ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई। बुजुर्ग को खांसी, बुखार और राइनाटिस के लक्षण होने पर भर्ती करवाया गया था।
कोरोना की दोबारा जांच में निगेटिव
दरअसल, 21 दिसंबर को बुजुर्ग की फिर से कोरोना जांच करवाई गई जिसमें वे निगेटिव पाए गए थे। लेकिन हैरानी की बात ये है जब 25 दिसंबर को जीनोम सीक्वेंसिग की रिपोर्ट आई तो उसमें बुजुर्ग के ओमिक्रॉन संक्रमित होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद डॉक्टरों ने दोबारा कोरोना जांच की तो रिपोर्ट निगेटिव आई। आखिरकार बुजुर्ग की 31 दिसंबर को मौत हो गई।
ट्रैवल हिस्ट्री नहीं, दोनों डोज वैक्सीन ली
ओमिक्रॉन संक्रमित बुजुर्ग की मौत डॉक्टर्स के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है। दो बार कोरोना रिपोर्ट निगेटिव, ओमिक्रॉन की पुष्टि और मौत…मामला हैरान करने वाला है। वहीं, संक्रमित शख्स की विदेश में ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं है और मरीज ने टीके के दोनों डोज भी लिए गए थे। ऐसे में स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ना लाजमी है।